प्रांतीय वॉच

गेज रोपणी में कृष्ण कुंज का हुआ शुभारंभ, कोरिया में रक्तचन्दन, दहिमन, पीपल, कदम्ब, नीम, आम सहित विभिन्न प्रजातियों के 3 हजार से अधिक पौधे रोपित’

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दिलीप पांडे

कोरिया वॉच ब्यूरो-वृक्षारोपण को जन-जन से जोड़ने, अपने सांस्कृतिक विरासत को सहेजने और उन्हें विशिष्ट पहचान देने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा नगरी निकाय क्षेत्रों में कृष्ण कुंज विकसित किये जा रहे है।
कोरिया में कृष्ण जन्माष्टमी के पावन अवसर पर जिले के सभी 07 नगरीय निकायों में कृष्ण कुंज का शुभारंभ किया गया। कलेक्टर कुलदीप शर्मा ने विकासखण्ड बैकुण्ठपुर के गेज रोपणी में पूजा-अर्चना कर फीता काटकर कृष्ण कुंज का लोकार्पण किया। उन्होंने आठवीं कक्षा के विद्यार्थी संगीत के साथ कृष्ण कुंज में आम का पौधा लगाया। इस अवसर पर वनमण्डल अधिकारी बैकुंठपुर ऐमूतेम्सु आओ, जिला पंचायत सीईओ  कुणाल दुदावत, उप वनमण्डल अधिकारी दक्षिण अखिलेश मिश्रा, उप वनमण्डल अधिकारी उत्तर  जेनिग्रेस कुजूर स्थानीय जनप्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों, अधिकारी-कर्मचारियों, मीडिया के प्रतिनिधियों और स्कूली बच्चों ने भी रक्तचन्दन, दहिमन, पीपल, कदम्ब, नीम, आम, गंगा बेर, आंवला, सहित अन्य पौधे लगाए।

एकरूपता दर्शाने बाउण्ड्रीवाल गेट एवं कृष्ण कुंज का “लोगो “किया गया तैयार’

नगरीय क्षेत्रों में व्यापक पैमाने पर वृक्षारोपण कर वृक्षों के संरक्षण के प्रति जागरूकता एवं वृक्षों के महत्व से जनसामान्य को परिचित कराने के लिए शासन द्वारा कृष्ण कुंज की पहल की गई है। कृष्ण कुंज को विशिष्ट पहचान दिलाने के लिए राज्य में एकरूपता प्रदर्शित करने हेतु बाउण्ड्रीवाल गेट एवं कृष्ण कुंज का लोगो तैयार किया गया है। कृष्ण कुंज के लोगों में एवं बाउण्ड्रीवाल गेट में हमारी छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक महत्व एवं परम्परा दर्शित है, जिसे देखने मात्र से ही छत्तीसगढ़ की अस्मिता प्रकट होती है।

बता दें कि आने वाली पीढ़ी को वृक्षों के सांस्कृतिक, धार्मिक एवं पर्यावरणीय मूल्यों से परिचित कराने मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार राज्य के सभी नगरीय निकायों में कृष्ण कुंज बनाए गए हैं। जहां सांस्कृतिक महत्व के पौधों के साथ ही साथ औषधीय पौधों का भी रोपण किया गया। इसी तारतम्य में जिले के चिन्हाकित स्थलों में आज लोकार्पण के साथ 3 हजार से अधिक पौधे लगाए गए हैं।

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