नई दिल्ली। महाराष्ट्र, कर्नाटक के बाद अब राजधानी दिल्ली में कोरोना के वैरिएंट ओमिक्रोन का मामला सामने आया है। इससे पहले 15 संदिग्धों को एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। बता दें कि यह सभी मरीज केंद्र सरकार द्वारा अधिसूचित किए गए हाई रिस्क देशों की यात्रा करके भारत आए हैं जिसे ध्यान में रखते हुए इन्हें एहितयात बरतते हुए अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया है। इन 15 मरीजों की रिपोर्ट कुछ ही दिनों रिपोर्ट आने वाली है। जिसके बाद यह पता चल जाएगा कि कहीं ये भी तो नहीं कोरोना के ओमिक्रॉन से संक्रमित है। फिलहाल केंद्र समेत दिल्ली सरकार ओमिक्रॉन से निपटने के लिए सारी तैयारियों को पुख्ता कर रही है। इससे पहले कर्नाटक में भी ओमिक्रॉन के 2 मामले सामने आए थे। इसके अलावा महाराष्ट्र में भी एक-एक मामला सामने आया था।
मीडिया से मुखातिब होने के क्रम में एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती मरीजों के संदर्भ में विस्तृत जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया कि जिन 15 अधिकारियों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, उनमें 9 कोरोना संक्रमित है। अब इन भर्ती मरीज कोरोना के कौन से वेरिएंट की जद में आए हैं, इस संदर्भ में जल्द ही रिपोर्ट जारी की जाएगी। वहीं, अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि इन भर्ती मरीजों में से ये सभी अभी यूके से भी लौटे हैं। याद दिला दें कि राजधानी दिल्ली के अलावा कर्नाटक में दो, महाराष्ट्र और गुजरात में एक-एक, इसके अलावा गुजरात में भी एक मरीज कोरोना से संक्रमित पाया गया है। कर्नाटक में संक्रमित मरीज अभी हाल ही में दक्षिण अफ्रीका से लौटे हैं।
तैयारियों में जुटी सरकार
इसके अलावा ओमिक्रॉन की आहट से क्षुब्ध दिल्ली सरकार अपनी स्वास्थ्य प्रणालियों को दुरूस्त कर रही है, ताकि जिस तरह की खौफनाक स्थिति का सामना हमें कोरोना की पहली लहर और दूसरी लहर के दौरान देखने को मिले थे, वैसी स्थिति का सामना हमें ओमिक्रॉन के दौरान देखने को न मिलें। बहरहाल, केंद्र सरकार ने अपने द्वारा जारी किए दिशानिर्देशों में विदेश से भारत आने वाले यात्रियों के लिए आरटीपीसीआर जांच अनिवार्य कर दिया था।