कांकेर शहर के अत्यंत लोकप्रिय ड्राइवर मोहम्मद गुलाम हुसैन भाई का इंतकाल अचानक हो जाने के कारण सारे ज़िले में मातम का माहौल हो गया है। उन्होंने बहुत लंबे समय तक मध्य प्रदेश राज्य परिवहन निगम एवं वन विभाग में ड्राइवर की सर्विस की थी। रिटायरमेंट के पश्चात वे निजी स्कूलों की बसें भी चलाने लगे। शुरुआत में उन्होंने सेठ- साहूकारों के वाहन भी चलाए। वे उन गिनती के ड्राइवरों में थे, जो जहां भी रहे, अपने मालिकों से ज्यादा लोकप्रिय रहे। किसी भी प्रकार के नशे से दूर गुलाम हुसैन भाई अत्यंत सफल ड्राइवर थे। उनका व्यक्तित्व हँसमुख तथा मिलनसार था, 40 वर्ष पूर्व महाराष्ट्र से सर्विस की तलाश में कांकेर आए थे और बाद में यहीं के होकर रह गये। वे अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं। आज उन्हें बाद नमाज़ जोहर स्थानीय क़ब्रिस्तान में सुपुर्द ए खाक़ किया गया। अपनी शराफ़त तथा व्यवहार की वजह से गुलाम हुसैन भाई काँकेर में हमेशा याद किए जाएंगे,,,,।
आख़िरी सफ़र…. मोहम्मद गुलाम हुसैन
