समैया पागे बीजापुर – 16 अगस्त से तहसील भोपालपटनम का ग्राम मीनूर अपने चारों ओर उफनते नदी-नाले से टापू बन चुका है। राष्ट्रीय राजमार्ग से ग्राम गोरला के निकट यह ग्राम बसा हुआ है। परंतु विशाल जलराशि ने हफ्ते भर से दोनों ग्राम के बीच का आवागमन रोक रखा है। पानी की उफनती धाराओं और उसके नीचे के चट्टानों ने मोटरबोट के विकल्प पर दुविधा की स्थिति बना रखी थी। 16 अगस्त से ही इस क्षेत्र में sdm, अनुविभागीय अधिकारी उमेश पटेल एवं जनपद पंचायत सीईओ मनोज बंजारे व तहसीलदार लगातार दौरे कर रहे थे। दो दिन कम वर्षा होने से आज मीनूर के ग्रामवासियो तक पहुँचने का अवसर मिल गया। अनुविभागीय अधिकारी उमेश कुमार पटेल द्वारा विभिन्न विभागों से आवश्यक समन्वय करके आज बाढ़ के बीच फंसे ग्रामीणों से संपर्क का कार्य किया गया। होमगार्ड के जवानों के साथ, तहसीलदार शिवनाथ बघेल ग्राम मीनूर पहुंचे हैं। मीनूर के ग्रामीणों के पशु, मकान और खेत को हुई क्षति के आकलन एवं प्रकरण निर्माण के लिए पटवारी साथ हैं। ग्रामीणों के स्वास्थ्य जांच के लिए दवा सहित स्वास्थ्य विभाग के लोग साथ हैं। पंचायत विभाग की ओर से आवश्यक राशन सामग्री उपलब्ध कराई गई हैं, इसके साथ जनपद पंचायत सीईओ मनोज बन्जारे ग्राम गए हैं, एवं राशन बाढ़ प्रभावितों में वितरण किया जा रहा है। ट्राईबल विभाग द्वारा बाढ़ पीड़ितों को वितरण करने के लिए कंबल उपलब्ध किया गया, जिसका वितरण प्रभारी अधीक्षक शनिराव मरपल्ली द्वारा किया जा रहा है।
इस अभियान में होम गार्ड हरी प्रसाद तलांडी,वासम कन्तैया,गोरला नारायण, दासरु कुंजाम,उर्रा माड़वी एवं ब्रह्मानंद कुंजाम ने साहस एवं सूझबूझ का परिचय दिया।