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Holi 2025 : होली के मौके पर डबल मीनिंग भोजपुरी गाने बैन, जानें किन गानों की बढ़ी डिमांड

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होली के रंगों और संगीत का मौसम आते ही भोजपुरी संगीत इंडस्ट्री में हलचल मच जाती है। बिहार में होली के मौके पर इस बार खासा बदलाव देखा जा रहा है। राज्य सरकार ने इस बार डबल मीनिंग भोजपुरी गानों पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया है, जिससे होली के गानों की दुनिया में एक नया मोड़ आया है। इस आदेश के बाद जहां एक ओर कुछ गाने सेंसर हो रहे हैं, वहीं दूसरी ओर नए गानों की डिमांड तेजी से बढ़ने लगी है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर यह कदम उठाया गया है, जिसमें खासतौर पर ऐसे गानों पर नकेल कसी गई है, जो अश्लील शब्दों या भद्दे इशारों से भरपूर होते हैं। इससे पहले भी, बिहार में कई बार इस प्रकार के गानों के खिलाफ शिकायतें आई थीं, जो होली जैसे पवित्र पर्व पर नकारात्मक प्रभाव डाल रहे थे। अब सरकार ने सख्ती से ऐसे गानों को प्रचारित करने पर रोक लगा दी है, ताकि समाज में संस्कार और परंपराओं का सम्मान हो सके।इस प्रतिबंध के बावजूद, भोजपुरी संगीत प्रेमियों में उत्साह कम नहीं हुआ है। डबल मीनिंग गानों की जगह अब ऐसे गानों की डिमांड बढ़ने लगी है, जो पारंपरिक होली गीतों और शुभकामनाओं से भरे होते हैं। भोजपुरी संगीत इंडस्ट्री में इस बदलाव को लेकर उत्साह देखा जा रहा है। निर्माता और गायक अब ऐसे गाने बना रहे हैं, जो न केवल संगीत की दुनिया में धमाल मचाते हैं, बल्कि सामाजिक दृष्टिकोण से भी सकारात्मक संदेश देने वाले होते हैं।गायक-गायिकाओं ने भी इस बदलाव का स्वागत किया है और बताया है कि अब उन्हें ज्यादा जिम्मेदारी का अहसास होता है। जो गाने पहले आम होते थे, वे अब विचारशील तरीके से तैयार किए जा रहे हैं, ताकि दर्शकों में अच्छे संदेश का प्रसार हो सके। इस कदम से भोजपुरी संगीत की छवि भी सुधरेगी, और यह युवा पीढ़ी को एक सकारात्मक दिशा में प्रभावित करेगा। यद्यपि इस बदलाव से कुछ कलाकारों को निराशा हो सकती है, लेकिन सोशल मीडिया पर सकारात्मक टिप्पणियां और समर्थन बढ़ते जा रहे हैं। लोग अब इस बदलाव को लेकर खुशी महसूस कर रहे हैं कि उनकी संस्कृति और परंपराओं का सम्मान किया जा रहा है।बिहार सरकार की यह पहल होली के त्योहार के संदर्भ में काफी महत्वपूर्ण साबित हो रही है और इससे राज्य की संस्कृति को एक नया मुकाम मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। अब लोग होली के रंगों और संगीत के साथ-साथ अच्छे संदेशों को भी अपना रहे हैं, जो इस पर्व की असली भावना को सही तरीके से प्रस्तुत करता है। इस बदलाव के साथ भोजपुरी संगीत की दुनिया में एक नई शुरुआत की उम्मीद जताई जा रही है, जहां गाने समाज के लिए प्रेरणादायक और शिष्ट होंगे। होली के रंगों के साथ अब संगीत भी एक नया रंग लेकर आएगा।

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