पुल निर्माण में भ्रष्टाचार की जनप्रतिनिधियों ने की शिकायत
(खैरागढ़ ब्यूरो) अनिला सिंह l शासन के पंचायत एवं ग्रामीण सडक़ विभाग से संबद्ध प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ योजना के कार्यों में लगातार शिकायतें मिल रही है. निर्माण कार्यों में भारी लेट-लतीफी और भ्रष्टाचार मानों विभाग के अधिकारियों का शगल बन गया है, ऐसे ही आजादी के बाद से ही एक अदद पुल निर्माण की बाट जोह रहे पांडादाह क्षेत्र के रहवासियों को पिछली रमन सरकार ने पुल निर्माण का तोहफा तो दिया लेकिन वर्तमान में प्रदेश की भूपेश बघेल सरकार में अधिकारियों के हौसले हद से ज् यादा बुलंद है और यही कारण है कि तरह-तरह के बहाने बनाकर विभाग काम को अटका रहा है और निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार को बल मिल रहा है. गौरतलब है कि प्रदेश में सत्तारूढ़ रही रमन सिंह सरकार के अंतिम समय में भारी विरोध व मांग के बाद क्षेत्रवासियों को पुल निर्माण की सौगात तो मिली लेकिन अब उसका क्रियान्वयन ठीक तरह से नहीं हो रहा है.आमनेर नदी के पांडादाह से अचानकपुर नवागांव में आरडी 150 मीटर पर पुल निर्माण की स्वीकृति 4 करोड़ 21 लाख 40 हजार रूपये की मिली है जिसका निर्माण कार्य 5 जुलाई 2018 को प्रारंभ किया गया है, निर्माण कार्य छग शासन पंचायत एवं ग्रामीण सडक़ विभाग के अधीन प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ योजना के तहत रायगढ़ के मे.गुप्ता कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया है. निर्माण कार्य 16 माह में मतलब 5 नवम्बर 2019 को पूरा हो जाना था लेकिन विभाग की भर्राशाही व ठेकेदार की मनमानी के कारण निर्माण कार्य की अवधि समाप्त होने के लगभग सालभर होने पर भी अब तक पूर्ण नहीं हुआ है. निर्माण कार्य को लेकर कटघरे में खड़े विभाग के जिम्मेदार अधिकारी व ठेकेदार अब कोरोना का बहाना बना रहे हैं लेकिन आधे-अधूरे निर्माण कार्य के कारण पुराने पुल से पैदल चल पाना भी कठिन हो गया है. क्षेत्र के वरिष्ठ समाजसेवी व पूर्व जनपद सदस्य जवरीलाल जैन ने बताया कि ठेकेदार व विभागीय अधिकारियों ने पुल निर्माण के जनहितकारी कार्य को मजाक बना लिया है और निर्माण कार्य से जहां लोगों को सहुलियत होनी चाहिये वहां लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.बारिश में कटकर सकरा हो गया ब्रिटिश कालीन पुल अब यहां से गुजरना भी हुआ खतरनाक लगभग सवा चार करोड़ की लागत से निर्माणाधीन नये पुल निर्माण का कार्य अभी आधा-अधूरा है जिसके कारण यहां निर्मित ब्रिटिश कालीन पुराने पुल से ही क्षेत्र के 20 से अधिक गांवों की आबादी आवाजाही करती है लेकिन वर्तमान में बारिश के कारण पुराने पुल की स्थिति और भी अधिक जर्जर हो गई है और पुल निर्माण की स्वीकृति पीएमजीएसवाय को मिलने के बाद इसके जीर्णोद्धार के लिये पीडब्ल्यूडी सहित लोकल पंचायत भी सामने नहीं आ रही है. ऐसे में हालात यहां ऐसे हैं कि यहां से पैदल गुजर पाना भी क्षेत्रवासियों के लिये बहुत कठिन हो चला है साथ ही चार पहिया वाहन भी यहां से आवागमन नहीं कर पा रहे हैं.पुल निर्माण में भ्रष्टाचार की जनप्रतिनिधियों ने की शिकायत पांडादाह में निर्माणाधीन पुल निर्माण में विभागीय कोताही व भ्रष्टाचार की शिकायत लगातार सामने आ रही है. क्षेत्र की जनपद पंचायत सदस्य श्रीमती अरूणा राजू सिंह बनाफर व सरपंच श्रीमती मनोरमा संजय यदु ने निर्माण कार्य की शिकायत की है जिसमें बताया गया है कि पुल निर्माण का कार्य सही तरीके से नहीं किया जा रहा है. पूर्व में पुल निर्माण के लिये मिट्टी की खुदाई कार्य व रेत भराई कार्य में भारी मनमानी की गई है साथ ही पुल में सरिया बिछाने को लेकर भी ठेकेदार मनमानी कर रहा है, वर्तमान में जंग लगे हुये जीर्ण-शीर्ण सरिये का उपयोग किया जा रहा है जिससे पुल की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे हैं वहीं शिकायत में यह भी बताया गया है कि निर्माण कार्य व सामग्री के रखरखाव के कारण पुराना पुल भी बेहद जर्जर व खराब हो चुका है और यहां से आवागमन के लायक स्थितियां खत्म हो रही है. मामले को लेकर प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री सहित पंचायत मंत्री से शिकायत की तैयारी है.
* पुल निर्माण कार्य में प्रारंभ से ही भ्रष्टाचार व लेट-लतीफी की शिकायत मिल रही है, वर्तमान में पुल निर्माण के कारण क्षेत्र के लोगों का आवागमन बुरी तरह प्रभावित हुआ है जिसे लेकर लोगों में बड़ी नाराजगी है.
अरूणाराजू सिंह बनाफर, जनपद सदस्य
* लॉकडाउन के कारण ठेकेदार को मजदूर नहीं मिल रहे थे, सप्ताहभर में निर्माण कार्य प्रारंभ हो जायेगा. पुराने पुल को रिपेयर करवाकर आवागमन के लायक बनाया जायेगा.
ईश्वर दोनाड़े, एसडीओ पीएमजीएसवाय