क़ौम व वतन की तरक्की के लिए अच्छी तालीम ज़रूरी: मुफ़्ती शमसुद्दीन क़ादरी मकराना

बिलासपुर
अलीम अंसारी
सरज़मीने बिलासपुर में नूरो निक़हत में डूबी एक हसीन रात जलसा इस्लाहे मुआशरा कॉन्फ्रेंस का एहतमाम फैज़ाने अहले बैत ग्रुप बिलासपुर द्वारा नगीना मस्जिद तारबहार में किया गया, जिसमें हिंदुस्तान के मशहूर मुक़र्रीर जनाब मुफ़्ती शमसुद्दीन क़ादरी रिज़वी मकराना राजस्थान से तशरीफ लाए! कॉन्फ्रेंस में शहर के तमाम ओलमा सहित सुन्नी हुसैनी मस्जिद के पेश ईमाम जनाब अल्हाज़ हाफ़िज़ व क़ारी हाजी सैय्यद ज़ाहिर आग़ा रौनाक़े स्टेज रहें! जलसे की शुरुआत क़ुरआन की तिलावत से शुरू की गई और मुफ़्ती शमसुद्दीन मकराना की शानदार तक़रीर हुई, जिसमे उन्होंने अपने क़ौम की तरक्की के लिए लोगों से अपने बच्चों को दीनी तालीम के साथ साथ दुनियावी तालीम आला दर्ज़े पर हासिल करवाने का आह्वान किया इसके अलावा उन्होंने बुज़ुर्गाने दीन के उर्स में फिज़ूल खर्ची से बचने व गुरेज़ करने का भी आह्वान किया! आखरी में उनके द्वारा अपने क़ौम की तरक्की व मुल्क़ ए हिंदुस्तान में अमनो सुकून की दुआ भी मांगी गई!
जलसे में जनाब इल्यास अशरफी की नक़ाबत ने कॉन्फ्रेंस को कामयाब करने में अहम भूमिका निभाई और उन्होंने शानदार अंदाज़ में नात पढ़कर लोगों को सराबोर कर दिया!
जलसे में हाफ़िज़ व क़ारी हाजी सैय्यद ज़ाहिर आग़ा साहब द्वारा भी मुख़्तसर वक़्त में इस्लाही तक़रीर की गई, जिसमें कमेटी के ओहदेदारान, मेंबर सहित बिलासपुर के सैकड़ो लोग शामिल होकर जलसे को कामयाब बनाया!
जलसे की शुरुआत बाद नमाजे ईशा कुरआन की तिलावत से शुरू हुई और तकरीबन रात 2:00 बजे तक चलती रही, जिसमें लोगों ने बड़े ही अदबो एहतराम से तक़रीर सुनते रहें!

