Dhanteras Remedy : धनतेरस पर हर कोई चाहता है कि घर में लक्ष्मी जी की कृपा बनी रहे। लोग सोना-चांदी खरीदने की परंपरा निभाते हैं, लेकिन बढ़ती कीमतों के कारण हर किसी के लिए यह संभव नहीं हो पाता। ऐसे में एक छोटा-सा उपाय है, जो आपको सोना-चांदी जितना ही शुभ फल दे सकता ह
कहते हैं कि धनतेरस पर अगर आप सोना-चांदी नहीं खरीद पा रहे हैं, तो धनिया का बीज जरूर खरीदें। जी हां, यह छोटा सा मसाला सिर्फ रसोई तक सीमित नहीं है, बल्कि इसे शुभता का प्रतीक माना गया है। इस साल धनतेरस का पर्व 18 अक्टूबर 2025 को मनाया जाएगा। इस दिन मां लक्ष्मी, भगवान कुबेर और धन्वंतरि जी की पूजा का विशेष महत्व रहता है।
धनतेरस पर धनिया क्यों खरीदा जाता है ?
ज्योतिष के अनुसार, धनतेरस पर धनिया खरीदने से घर में धन और समृद्धि बढ़ती है। मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। धनिया का संबंध बुध ग्रह से माना जाता है और बुध ग्रह व्यापार और धन से जुड़ा होता है। इसलिए इस दिन धनिया खरीदना व्यापार और आर्थिक उन्नति के लिए बेहद शुभ होता है।
धनतेरस पर खरीदे गए धनिया का क्या करें ?
धनतेरस पर खरीदे गए धनिया को पूजा घर में रखा जाता है। कुछ लोग इसे धनतेरस की पूजा में चढ़ाते हैं, तो कुछ दिवाली की पूजा में। पूजा के बाद इन बीजों को जमीन में बो दिया जाता है। मान्यता है कि जैसे-जैसे धनिया अंकुरित होता है, वैसे-वैसे घर में समृद्धि भी बढ़ती है
कुछ परिवार पूजा में इस्तेमाल किए गए धनिया को तिजोरी में रखते हैं ताकि पूरे साल मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहे। वहीं कई जगह दिवाली पूजा के बाद इन्हीं बीजों का उपयोग अगली फसल या नए व्यापार की शुरुआत में किया जाता है।
धनिया के पौधे बताते हैं भविष्य
धनतेरस पर खरीदे गए धनिया को सिर्फ शुभता का प्रतीक ही नहीं बल्कि संकेतक भी माना जाता है। मान्यता है कि जब इन बीजों से घने और हरे पौधे निकलते हैं तो इसका अर्थ होता है कि आपके घर में धन-समृद्धि बढ़ने वाली है। जितने घने पौधे होंगे, उतना अधिक लाभ मिलने की संभावना होती है।
अगर इस धनतेरस पर सोना-चांदी खरीदना संभव न हो तो चिंता छोड़िए, बस धनिया के बीज लाना मत भूलिए। मां लक्ष्मी की कृपा आप पर भी बरसेगी।