रायपुर। दुर्गा महाविद्यालय एल्युमिनी कमेटी द्वारा राज्य स्थापना “रजत जयंती वर्ष” पर छत्तीसगढ़ के स्वर्णिम 25 वर्षों पर परिचर्चा का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य वक्ता के रूप पूर्व आईएएस सुशील त्रिवेदी ने कहा कि पहले छत्तीसगढ़ के लोग अमीर प्रदेश के गरीब लोग माने जाते थे एवं छत्तीसगढ़ में खेती और गरीबी एक दूसरे के पूरक माने जाते थे परंतु आज धान की बाली से माता लक्ष्मी तक जाने का रास्ता बनता है एवं खेती फायदा वाला व्यवसाय बन गया है। वही वक्ता गणेश शंकर मिश्रा ने कहा कि सीमेंट और लोहा उत्पादन में छत्तीसगढ़ देश में दूसरे स्थान पर है। श्री मिश्रा ने कहा कि छत्तीसगढ़ में बाल विवाह प्रथा को समाप्त करने में सरकार की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधानसभा अध्यक्ष डॉ.रमन सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में संघर्ष की लंबी परिपाटी रही है, पहले 90 जवानों की शहादत पर बस्तर में सड़के बनती थी, एवं बस्तर संभाग में 8 दिनों तक बिजली बंद रहती थी। पहले बस्तर जाने का सफर 12 घंटो का था जो अब घटकर मात्र 6 घंटे की दूरी का रह गया है। डॉ.रमन ने कहा केवल बस्तर संभाग ही केरल राज्य से बड़ा है एवं आज देश में कही भी मकान का निर्माण होता है तो छत्तीसगढ़ की सीमेंट का उपयोग होता हैं।
उक्त जानकारी देते हुए एल्युमिनी मीट के अध्यक्ष संतोष अग्रवाल एवं मीडिया प्रभारी राजकुमार राठी ने बताया कि कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों का स्वागत शाल–श्रीफल एवं पुष्पहार से किया गया। कार्यक्रम के अंत में छात्राओं द्वारा छत्तीसगढ़ी लोकगीत पर शानदार नाट्य प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर अजय शर्मा एवं राजकुमार राठी ने एवं आभार प्रदर्शन प्रोफेसर के.के.पटेल ने किया।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से प्राचार्य डॉक्टर प्रतिभा मुखर्जी साहूकार, अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अमरजीत छाबड़ा, पूर्व विधायक वीरेंद्र पांडे, एल्यूमिनी समिति के अध्यक्ष संतोष अग्रवाल, सत्यप्रकाश झुनझुनवाला, हरेराम शर्मा,अजय दानी, जेपी उपाध्याय,राम अवतार तिवारी,राजकुमार राठी,दर्शन अवस्थी,जसबीर सिंह सलूजा, बसंत सेठिया,विनोद सेठिया,अमरजीत सिंह संधू,पूजा मोहिते,शोभा सोनी, प्रोफेसर अमन झा,अजय चंद्राकर, डॉ.मोनिका पटेल सहित अनेक भूतपूर्व छात्र–छात्राएं उपस्थित रहे।