रायपुर वॉच

तिरछी नजर 👀 : राज्यपाल खफा…..…. ✒️✒️….

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राज्यपाल रमेन डेका दिल्ली से आने के बाद जिलों का दौरा कर रहे हैं। उन्होंने कोरबा में सरकारी योजनाओं की समीक्षा की। इससे पहले वे बस्तर व सरगुजा संभाग का दौरा कर चुके हैं।
राज्यपाल की बैठकों को लेकर सरकार में हलचल है। वे पहले राज्यपाल हैं जो जिलों में जाकर सरकार की योजनाओं की समीक्षा कर रहे हैं। उनकी बैठकों पर सवाल भी उठ रहे हैं। कांग्रेस ने इस मसले पर राज्य सरकार पर कटाक्ष भी किया है। एक चर्चा यह भी है कि राज्यपाल इन दिनों नाराज भी हैं।
बताते हैं कि सीएस अमिताभ जैन के एक्सटेंशन की जानकारी उन्हें नहीं थी। वे स्मृति चिन्ह भेंटकर अमिताभ जैन का विदाई सम्मान कर चुके थे। दोपहर बाद उन तक जानकारी आई कि जैन को एक्सटेंशन दिया जा रहा है और प्रस्ताव केन्द्र को भेजा गया है। इसके बाद से वो नाराज बताए जा रहे हैं।

आ-जा मेरी गाड़ी में बैठ जा..
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की जनसभा भीड़ के मामले में सफल रही है। बारिश की वजह से प्रदेश के नेता सभा की सफलता को लेकर संशकित थे इसलिए उन्होंने दम लगाकर सभा को सफल बनाने के लिए ऐड़ी चोटी का जोर लगाया इसके बाद कुर्सियां भर गई तो प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने राहत की सांस ली।
बताते हैं कि पार्टी के एक पूर्व विधायक खरगे को अपने स्कूटर में बिठाकर सभा स्थल तक ले जाना चाह रहे थे । उन्होंने अपनी बात खरगे तक पहुंचाई भी लेकिन खरगे ने मना कर दिया। चर्चा है कि पूर्व विधायक ने साधन- संसाधन जुटाने में कोई योगदान नहीं किया था। इसको लेकर प्रदेश के बड़े नेता उनसे नाखुश रहे और जब पूर्व विधायक खरगे तक अपनी बात पहुंचाने की कोशिश कर रहे थे तो ये नेता रोड़ा बन गए । आने वाले दिनों में स्कूटर वाले पूर्व विधायक की पार्टी में स्थिति कमजोर हो सकती है।

फोन-पे पर उगाही
प्रदेश में अवैध रेत खनन- परिवहन की काफी शिकायतें आ रही है। सीएम ने इसको लेकर सख्त निर्देश जारी किए हैं। इसके बाद से प्रदेश के कई जगहों पर गाडिय़ों को जब्त किया गया। मंत्री के फोन आए लेकिन प्रशासन ने कार्रवाई में ढील नहीं होने दी।
बताते हैं कि कुछ जगहों पर अब भी अवैध रेत परिवहन की शिकायत आ रही है। एक विधायक के भाई ने तो उगाही के लिए कोई कसर बाकी नहीं रखी। वो प्रति ट्रक के हिसाब से फोन-पे पर पैसे लेने में संकोच नहीं कर रहे हैं। विधायक के खिलाफ शिकायत उच्च स्तर पर हुई है। संभावना जताई जा रही है कि विधानसभा सत्र निपटने के बाद विधायक पर नकेल कसा जा सकता है।

नमक का दरोगा कौन ?
सरकार की मुफ्त नमक की योजना बरसों से चल रही है। अभी बस्तर व सरगुजा संभाग के लिए करीब 70 करोड़ के नमक खरीदी के टेंंडर होना है। इसके लिए खरीदी एजेंट पहले से ही सप्लायरों तक पहुंच गये है।
सप्लायर आश्वासन चाहते हैं कि सप्लाई आर्डर मिल जाए। मगर एजेटों की संख्या इतनी ज्यादा हो गई है कि उन्हें शंका होने लगी है। एडंवास दे दिए तो वापसी की गुंजाईश मुश्किल है। अब सप्लायर यह जानने की कोशिश में लगे हैं कि नमक का असली दरोगा कौन है।

मोबाईल से दिक्कत..
देश में प्रदूषण की समस्या बढ़ रही है। रायपुर में भी प्रदूषण में लगातार इजाफा हो रहा है। प्रदूषण निवारण मंडल के एक अफसर तो मोबाईल तक के लिए अलग से थैला बनवा लिया है। वो थैले में मोबाईल लेकर घूमते हैं।
मोबाईल की वजह से समस्याएं आती है। चिकित्सक भी शर्ट या पेंट की जेब में नहीं रखने की सलाह देते हैं। प्रदूषण निवारण मंडल के अफसर इसका पालन करते हुए देखे जा सकते हैं और वो मोबाईल जेब की बजाए थैले में लेकर आफिस आते हैं।

मीडिया विभाग में फेरबदल..

छत्तीसगढ़ भाजपा और कांग्रेस पार्टी के मीडिया विभाग ने कसावट के लिए विचार-विमर्श अंतिम चरण में है। सत्तारुढ़ पार्टी भाजपा सोशल मीडिया पर आगामी दिनों अधिक ध्यान केन्द्रित करेगी। भाजपा मीडिया के प्रवक्ता व प्रभारी में भी नए लोगों को जिम्मेदारी देने की चर्चा है। कांग्रेस के मीडिया प्रभारी और पेनलिस्ट में कई नए चेहरे को मौका देने की चर्चा है। कई चौकन्ने वाले नाम आ सकते हैं।

एक्सटेंशन से टेंशन खत्म नहीं हुआ…

मुख्य सचिव अमिताभ जैन को तीन महीने का एक्सटेंशन मिलने के बाद भी पर्दे के पीछे की कहानी बाहर नहीं निकल पाई है।
एक्सटेंशन मिलने के बाद भी कई लोगों का टेंशन खत्म नहीं हुआ। कैबिनेट की बैठक में क्या हुआ कोई मंत्री भी मुंह नहीं खोल रहे हैं। किस बड़े आदमी का फोन आया और किसने से दिल्ली फोन किया यह भी पता लगाने की कोशिश चल रही है। एक वरिष्ठ अफसर को एजेंडा न होने के बाद भी कैबिनेट में बुलाया गया था ये बात तो सही है। इनके पक्ष में कई दिग्गज नेता भी लांबिग कर रहे थे। मगर तीन महीने बाद मुख्य सचिव के लिए नए चेहरा आ सकता है। फिलहाल तो चर्चा का दौर जारी है।

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