पशुपालन विभाग कोरिया में गजब का ठेकेदारी,बिना तकनीकी अधिकारी के लाखों के काम का हो गया आदेश
कोरिया वॉच ब्यूरो(दिलीप पाण्डेय) कोरिया जिले का पशुपालन विभाग में पदस्थ उप संचालक अपने मूल कर्तव्यों के साथ इन दिनों ठेकेदारी में भी अपनी भाग्य आजमाने को लेकर फिर से सुर्खियों में है।इसके पूर्व में भी जिले के पशुपालन विभाग में तत्कालीन उप संचालक के द्वारा क्रय की औषधियों में हुए व्यापक भ्रष्ट्राचार के मामले ने खूब सुर्खिया बटोरी थी।
ताजा मामला पशुपालन विभाग में हुए ठेकेदारी से जुड़ा है,वैसे तो विभाग में किसी भी तकनीकी अधिकारी की नियुक्ति नही है, फिर भी उपसंचालक के द्वारा छत में ढलाई सहित पार्टिशन व अन्य कार्य अपने मातहत कर्मचारी जो स्टोर कीपर के पद पर कार्यालय में पदस्थ हैं,उनके पारिवारिक सदस्य को दे दिया गया।इतना ही नही कार्य पूर्ण किये बिना ही संबंधित ठेकेदार को 31 मार्च के पूर्व भुगतान भी कर दिया गया।
बताते चले कि,उप संचालक कार्यालय में स्थित पशु रोग अन्वेषण प्रयोगशाला के भवन में मरमम्त कार्य एवं अन्य कार्यों के लिए विभाग को पांच लाख रुपये की राशि प्राप्त हुई थी।इसके लिए नियमानुसार उपसंचालक को शासकीय एजेन्सी के माध्यम से कार्य को कराया जाना था।परन्तु उप संचालक ने अपने वित्तीय अधिकार को लांघते हुए नियमों को दरकिनार कर छत में ढलाई,पार्टिशन, पुट्टी एवं रंग रोगन का कार्य कार्यालय में पदस्थ स्टोर कीपर के करीबी जो उनके परिवार का सदस्य हैं,उनको पर्सनल कोटेशन के माध्यम से कार्य करने आदेश जारी कर दिया गया।
*एडवांस में भुगतान कार्य अभी तक नही हुआ पूरा*
जानकारी अनुसार पशु रोग अन्वेषण प्रयोगशाला में ढलाई सहित अन्य कार्यो का भुगतान कथित ठेकेदार को कार्य करने से पहले ही कर दिया गया,जबकि भुगतान के लगभग 40 दिन बीतने तक कार्य पूर्ण नही हुआ था।बीते 17 मई को छत में ढलाई का काम बिना किसी तकनीकी अधिकारी के कराया गया जो जांच का विषय है।