संतोष ठाकुर/तखतपुर । नगर के सांस्कृतिक भवन परिसर में अखिल भारतीय श्री राम चरित मानस सम्मेलन एवं श्रीमद् भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ का भव्य आयोजन 30 मार्च से 07 अप्रैल तक रखा गया है। जिसमें आमंत्रित सुश्री अर्पिता अविनाशी शर्मा वृंदावन ने सोमवार को कथा में कहीं कि जब जब होई धरम की हानी, जब-जब अधर्म बढ़ता है और धर्म का ह्रास होता है। तब तब भगवान पृथ्वी पर अवतार धारण करके अपने भक्तों के काष्टो का निवारण करते हैं। असुरों का संहार एवं धर्म की स्थापना करते हैं। जिस कारण राघवेंद्र सरकार का जन्म हुआ। उस कार्य को प्रारंभ करने के लिए श्री विश्वामित्र जी ,दशरथ जी के पुत्र के रूप में प्रकटे। श्री रामचंद्र को साक्षात परब्रह्म है,को दशरथ जी से मांगते हैं, एवं यज्ञ की रक्षा के लिए एवं संतों को प्रसन्नता प्रदान करने के लिए श्री दशरथ जी अपने प्राणों से प्रिय राम को ऋषि विश्वामित्र को सौंप देते हैं। आनंद कांद श्री रामचंद्र को प्राप्त करके विश्वामित्र जी समझ जाते हैं। कि नारायण, ब्राह्मणों और संतों के परम हितैषी हैं।कथा सुनने अधिक संख्या में श्रोता समाज उपस्थित रहे।
नारायण, ब्राह्मणों और संतों के परम हितैषी- सुश्री अर्पिता अविनाशी शर्मा
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