नाबालिग को भागने वाला आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ा: नाबालिग भी मिली
सुरेश सिंह बैस
बिलासपुर। ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले नासमझ कम उम्र के युवक, जिसे प्यार मोहब्बत समझते हैं, वह उनके लिए घातक साबित हो रहा है । असल में उन्हें खुद यह पता नहीं कि वे इस प्यार के फेर में पड़कर अपनी जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं। गांव में कानून की जानकारी न होने से अक्सर प्रेम में पड़कर युवक अपनी माशूका को भगा ले जाते हैं।, जबकि उसकी उम्र 18 वर्ष से कम होती है। भारत के ग्रामीण परिवेश में, खासकर छत्तीसगढ़ में कम उम्र में विवाह करना और भाग कर विवाह करने की फितरत रही है।, इसीलिए ऐसा कोई दिन नहीं जाता जब ऐसे मामले सामने नहीं आते हों। ऐसे मामले आम हैं ।जब गांव की किसी नाबालिक किशोरी को शादी के नाम पर युवक भगा ले गया और कानून के शिकंजे में फंस गया।
ऐसा ही एक मामला पचपेड़ी थाना में सामने आया है,जहां नाबालिक को भगाने वाले आरोपी को पुलिस ने ढूंढ निकाला। पचपेड़ी में रहने वाली नाबालिग किशोरी 15 जून की रात जब पूरा परिवार सोया हुआ था तो चुपके से अपने प्रेमी के साथ कहीं चली गई। आसपास ढूंढने के बाद भी जब लड़की नहीं मिली तो फिर उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई गई। पुलिस अपहरण का मामला दर्ज कर किशोरी को ढूंढ रही थी । कि इसी बीच पुलिस को जानकारी हुई की गायब लकड़ी सरसींवा सारंगढ़ गाताडीह में 19 वर्षीय मिलन दास वैष्णव के साथ हैं । पचपेड़ी पुलिस की एक टीम गाताडीह पहुंची। जहां आरोपी मिलन दास वैष्णव उर्फ राजेश के पास से नाबालिक किशोरी मिल गई । पता चला कि विवाह करने के नाम पर युवक उसे भगा कर लाया था। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अपहरण के अलावा बलात्कार और 4,6 पोक्सो एक्ट का मामला दर्ज किया है।
जैसा कि हमने शुरू में कहा था कि नासमझी में अक्सर ग्रामीण युवा ऐसी हरकत कर बैठते हैं। जो उनके लिए मुसीबत का कारण बनता है। अब तो भारत में नाबालिग के साथ बलात्कार के आरोपी के लिए मौत की सजा मुक़र्रर की गई है।, यानी युवक जिसे मौज मस्ती और नए जीवन की शुरुआत मानते हैं वह उनके जीवन का अंत भी हो सकता है। इसलिए युवा पीढ़ी को अब कानून और संविधान के समझ के साथ-साथ नैतिकता का भी ज्ञान होना अत्यंत आवश्यक है।