बिलासपुर। पिछले दिनों छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समाज विशेष के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए मुंगेली प्रवास पर थे यहां लालपुर में आयोजित इस कार्यक्रम को संबोधित कर ही रहे थे की तब ही कुछ स्थानीय युवाओं ने उनके इस कार्यक्रम का विरोध किया। इस पर मंच से ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कुछ ऐसा कहा जिसे विपक्ष ने मुद्दा बनाकर इसका विरोध करना शुरू कर दिया।
दरअसल मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंच से “भौंकने वालों से कैसे निपटा जाता है उन्हे आता है…” जैसे शब्दों का इस्तेमाल करते हुए अपनी बात कही थी। और अब इसी वीडियो क्लिप को वायरल करते हुए प्रदेश भर में भारतीय जनता पार्टी ने अपना विरोध दर्ज कराना शुरू कर दिया है। मुंगेली के लालपुर में बाबा गुरु घासीदास जी की जयंती कार्यक्रम का आयोजन किया गया था जिसमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शिरकत कर रहे थे इस दौरान जैसे ही पर मंच पर पहुंचे और अपने अभिभाषण देने की शुरुआत करने लगे, कार्यक्रम में ही मौजूद कुछ युवा वर्ग ने आरक्षण के मुद्दे को लेकर उनका विरोध करना शुरू कर दिया। इस पर मुख्यमंत्री ने मंच से ही उन्हें ऊपर आकर अपनी बात कहने का न्योता दिया, लेकिन वे सभी नीचे से ही विरोध करने में लगे रहे ऐसे में मुख्यमंत्री ने नाराज होकर मंच से ही सार्वजनिक रूप से कहा कि, वे जानते हैं कि कौन लोग भौंकने का काम किया करते हैं और ऐसे लोगों से निपटना उन्हें आता है, वे इन जैसों से डरते नहीं है। और अब भारतीय जनता पार्टी ने इस वीडियो क्लिप के आधार पर ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की आलोचना करने की शुरुआत कर दी है। इस पूरे मामले को लेकर बिलासपुर मस्तूरी विधायक और पूर्व मंत्री डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी ने बिलासपुर बीजेपी कार्यालय में बकायदा पत्रकार वार्ता कर इस तरह के व्यवहार को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की कड़ी आलोचना की है और समाज विशेष कार्यक्रम में पहुंचकर उन्हें भोकने वाला कहे जाने पर आपत्ति दर्ज कराई है साथ ही भारतीय जनता पार्टी ने इसे अपने ऑफिशियल फेसबुक और दूसरे सोशल मीडिया के माध्यम से वायरल करना भी शुरू कर दिया है हालांकि अब तक मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की तरफ से इस विषय को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है अलबत्ता भारतीय जनता पार्टी ने यह साफ कर दिया है कि ऐसे मुख्यमंत्री के सार्वजनिक मंच से समाज विशेष को अपमानित किए जाने के मामले को वे यूं ही नहीं जाने देंगे। इस विषय का वह पुरजोर तरीके से विरोध करते हैं और आने वाले दिनों में समाज विशेष के साथ मिलकर इसके खिलाफ सड़कों पर उतर कर आंदोलन करते हुए भी नजर आ सकते हैं।