छत्तीसगढ़ की माताओं बहनों के साथ अत्याचार चरम सीमा लांघ चुका है कांग्रेस को शर्म आती है की नही?- भाजपा
रायपुर। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष अरुण साव ने पत्रकार वार्ता में कहा कि जब भी छत्तीसगढ़ अस्मिता और सम्मान की बात होगी तो इस संबंध में कोई भी बात करने से पहले कांग्रेस को छत्तीसगढ़ की जनता से हाथ जोड़ कर माफी मांगनी चाहिये। हाल में प्रदेश की महतारी-बहनों के साथ ऐसी-ऐसी नृशंस दुष्कर्म की वारदातें हुई हैं, जिससे हमारा सर शर्म से झुक रहा है। प्रदेश में क़ानून-व्यवस्था की स्थिति इतनी खराब है कि रिपोर्ट दर्ज नहीं कराने के कारण पीड़िता को आत्महत्या करनी पड़ रही है। कांग्रेस के शासनकाल में केवल दुष्कर्म के ही 6 हजार से अधिक मामले दर्ज हुए हैं। इनमें भी आदिवासी बालिकाओं से बलात्कार के मामले में छत्तीसगढ़ दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। प्रदेश में कुपोषण विकराल रूप लेने लगा है। एनीमिया पीड़ित महिलाओं का प्रतिशत 65 से अधिक है। यह देश भर में सबसे अधिक है। आदिवासी क्षेत्रों के 25 हज़ार से अधिक बच्चों की इलाज के अभाव में मृत्यु हुई है। क्या इन सबका जवाब नहीं देना चाहिये कांग्रेस को? क्या यह बघेल जी के लिए गर्व की बात है?
भाजपा यह पूछना चाहती है कि :-
– सीएम भूपेश बघेल कांग्रेस द्वारा दशकों तक छत्तीसगढ़ को ‘राज्य’ का सम्मान देने से वंचित रखने पर छत्तीसगढ़ की जनता से बिना शर्त माफी कब मांगेंगे? क्या छत्तीसगढ़ी को राजभाषा के सम्मान से कांग्रेस द्वारा दशकों तक वंचित रखने पर शर्म आती है कांग्रेस को?
– तीन-तीन राज्यसभा सदस्य बनाने का मौक़ा मिला बघेल जी को, वे सभी प्रदेश के बाहर से हैं और दूर-दूर तक उनका छत्तीसगढ़ से कोई सरोकार नहीं है। क्या एक भी छत्तीसगढ़िया उन्हें इस लायक नहीं लगा? अपने इस निर्णय पर गर्व है बघेल जी को? इससे पहले भी राज्यसभा में बाहर के नेता को ही भेजा कांग्रेस ने, क्या इस पर गर्व है कांग्रेस को?
– क्या आपने तीनों राज्यसभा सदस्य की कोई भूमिका देखी है? क्या राज्योत्सव में शुभकामना तक देने की जहमत उठाया इन सांसदों ने? छत्तीसगढ़ के संसाधनों का इस तरह लूट-खसोट पर गर्व है बघेल को?
– हम सब जानते हैं कि कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ को चारागाह बना दिया है। बक़ायदा कांग्रेस के लिए एटीएम का काम कर रहे बघेल, अपनी इस भूमिका पर एक छत्तीसगढ़िया के नाते गर्व है बघेल को?
– Ed, it, CBI आदि की कारवाइयों में प्रदेश की कैसी छवि निर्मित हुई है और किस तरह बघेल के अनेक करीबियों पर लूट-खसोट में पुख़्ता साक्ष्य मिले हैं, क्या इस पर गर्व है बघेल को? क्या ऐसे भ्रष्टाचारों से छत्तीसगढ़ का सम्मान बढ़ा है?
– रोज़ महिलाओं की आबरू लूटी जा रही है। कांग्रेस के नेतागण तक छत्तीसगढ़ की बेटियों का सम्मान लूटते पकड़े गए हैं। क्या आदिवासी बच्चियों से बलात्कार में नम्बर दो प्रदेश बना देने पर शर्म महसूस करते हैं बघेल? क्या इसके लिए कांग्रेस को शर्मसार नहीं होना चाहिए? 20 हजार से अधिक छत्तीसगढ़ियों ने बेरोज़गारी आदि कारणों से कांग्रेस राज में आत्महत्या की है। क्या मात्र 4 वर्ष में ऐसा छत्तीसगढ़ बना देने पर शर्म नहीं आती बघेल को?
– प्रदेश के आदिवासी क्षेत्रों के 25 हजार से अधिक बच्चों की चिकित्सा के अभाव में मौत हुई है और यह भी संसद के आंकड़े हैं, जिसे प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टी. एस. सिंहदेव ने भी स्वीकार किया है। क्या अपने ऐसे कुशासन पर शर्म नहीं आती है बघेल जी को?
– प्रदेश में 6 सौ से अधिक किसानों ने भूपेश बघेल के शासन में आत्महत्या की है। क्या इस पर शर्म आती है बघेल जी को? उत्तर प्रदेश में लखीमपुर में पचास-पचास लाख रुपया एक-एक व्यक्ति पर वोटों के लिए लुटा आने वाले बघेल ने छत्तीसगढ़ में इन किसानों को सांत्वना राशि के नाम पर फूटी कौड़ी नहीं दी, क्या ऐसा छत्तीसगढ़ बना देने पर शर्म आती है इन्हें?
– प्रदेश का निर्माण इसके आदिवासी बहुल होने के कारण हुआ था। जब पहली बार देश में एक महिला आदिवासी राष्ट्रपति बनने का अवसर आया तो क्या यह भूपेश बघेल के लिए शर्म की बात नहीं है कि आदिवासी प्रदेश छत्तीसगढ़ में ही उनका विरोध करने पर क्या बघेल शर्मिंदा नहीं हैं?
छत्तीसगढ़ महतारी का सम्मान हमें ऐसे कुशासक से सीखने की ज़रूरत नहीं है।
प्रेस वार्ता में भाजपा वरिष्ठ नेता व सांसद संतोष पांडे, प्रदेश महामंत्री विजय शर्मा ,प्रदेश प्रवक्ता संदीप शर्मा ,मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी,युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष रवि भगत शामिल रहे।