* सुश्री जया किशोरी मोटिवेशनल स्पीकर आध्यात्मिक वक्ता
(रायपुर ब्यूरो ) | स्वयं सिद्धा फाऊंडेशन रायपुर द्वारा अयोजित एक दिवसीय कृष्ण भक्त चरित्र का आयोजन किया गया | इस कार्यक्रम की मुख्य वक्ता सुश्री जया किशोरी मोटिवेशनल स्पीकर आध्यात्मिक वक्ता एवं मुख्य अतिथि के रुप में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व विशिष्ट अतिथि आबकारी मंत्री कवासी लखमा रहें | मुख्य वक्ता जया किशोरी ने बताया कि मीरा बाई ने छोटी सी उम्र से ही कृष्ण कि भक्ती में लीन थी और मीरा बाई को मारने के लिए दूध में ज़हर डाल कर दिया गया और कहा कि ये कृष्ण जी का प्रसाद हैं मीरा बाई को मालूम था कि उसमें ज़हर है फिर भी उन्होंने श्री कृष्ण का प्रसाद समझ कर ग्रहण किया , और उनको कुछ नहीं हुआ | मीरा बाई ने मां ने सही कहा था कि श्री कृष्ण को कोई एक बार देख ले फिर कोई भूल नहीं सकता हैं | उन्होंने भगवान श्री कृष्ण कि सुंदरदा को बहुत ही सुन्दर तरह से समझाया और कहा कि भगवान हमेशा माला मुकुट धारण किए रहते थे |
जया किशोरी ने सुदामा और कृष्ण कि मित्रता के लिए कहा कि दोनों साथ में गुरुकुल जाया करते थे और जब सुदामा जी कृष्ण जी से मुलाकात करने गए तो उन्होंने द्वारपाल से कहा कि जाकर कन्हैया से कह दो कि द्वार पर सुदामा आया है | यह सुन कर कन्हैया नंगे पांव दौड़े और सुदामा को गले लगाया और उन्हें महल के अंदर लाया और अपने आसुवो से उनका चरण धो डाला और उनका हाल चाल जाना |
इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को स्वयं सिद्धा फाऊंडेशन की संस्थापिका अनुपमा त्रिपाठी ने तुलसी का पौधा एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया एवं आभार व्यक्त किया | इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने संबोधित करते हुए कहा कि “कृष्ण जी कि भक्ति करने के लिए समर्पण भाव होना चाहिए” |
* स्वयं सिद्धा फाऊंडेशन रायपुर कि संस्थापिका अनुपमा त्रिपाठी द्वारा सुश्री जया किशोरी को स्मृति चिन्ह भेंट करते हुए |