रायपुरः राजनांदगाव में भाजपा नेता जयराम दुबे को पुलिस ने शराब तस्करी मामले में गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी से 14 बोतल महाराष्ट्र की शराब बरामद की है, जिसकी कीमत करीब 10 हजार रूपए है। भाजपा के अनुसार जयराम दुबे आरटीआई प्रकोष्ट के मीडिया प्रभारी हैं इसलिए उन्हें झूठे केस में फंसाया जा रहा है। इस पर कांग्रेस ने कहा कि
पुलिस को मुखबीर से जानकारी मिली कि महाराष्ट्र से शराब की तस्करी की जा रही है। इसके बाद 21 सितंबर की रात छुरिया थाना के पास चिचोला चौक में पुलिस ने आरटीओ बैरियर के पास कार को रुकवाया तो 4 तरह की 14 बोतल शराब मिली। पुलिस ने कार चालक जयराम दुबे को गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान जयराम दुबे ने पुलिस पर भाजपा का नेता होने का धौंस दिखाया लेकिन पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है। इसी भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता केदार गुप्ता, और भाजपा आरटीआई प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक विजय शंकर मिश्रा ने आज एकात्म परिसर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि एक्टिविस्ट जयराम दुबे ने कांग्रेस सरकार के बड़े बड़े घोटाले उजागर किए थे। इसी बात को लेकर कांग्रेस सरकार ने जयराम दुबे को शराब तस्करी का आरोप लगा कर फंसाया है। इन्होंने आरोप लगाया कि नागपुर से रायपुर लौटने के दौरान पुलिसकर्मियों ने उनकी कार रोककर जबरन शराब की बोतलें रखी थी। भाजपा ने इस मामले में सीएम भूपेश बघेल से उच्च स्तरीय जांच कर दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है।
कांग्रेस ने भाजपा के आरोपों पर पलटवार किया है। कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने आरोप लगाया कि 15 साल तक भाजपाई शराब की तस्करी करते रहे हैं और अब ये सफेदपोश तरीके से काम कर रहे हैं। जयराम दुबे की गिरफ्तारी से इसका पर्दाफाश हो गया है। कांग्रेस ने कहा कि भाजपा शराबबंदी के मुद्दे पर राजनीति करती है और उसके नेता शराब तस्करी करते हैं। वहीं कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा कि मामला सामने आने के बाद जयराम को भाजपा से निलंबित करना था लेकिन जयराम दुबे के साथ डॉ. रमन सिंह और नारायण चंदेल की मिलीभगत है क्या? यदि ऐसा नहीं है तो इस मामले में भाजपा कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है।