रायपुर: छत्तीसगढ़ ब्यूरोक्रेसी की दो बड़ी खबरें हैं। आईपीएस अधिकारी अशोक जुनेजा प्रभारी पुलिस महानिदेशक से अब पूर्णकालिक पुलिस महानिदेशक बन गए हैं। वहीं निलंबित आईपीएस मुकेश गुप्ता का निलंबन केंद्रीय गृह मंत्रालय ने निरस्त कर दिया है।
अशोक जुनेजा का कार्यकाल 2 साल बढ़ा
आईपीएस अधिकारी अशोक जुनेजा को पूर्णकालिक डीजीपी बनाया गया है। यूपीएससी से हरी झंडी मिलने के बाद छत्तीसगढ़ सरकार ने उनका आदेश जारी कर दिया है। जुनेजा पिछले साल अक्टूबर में डीएम अवस्थी की जगह प्रभारी डीजीपी बनाए गए थे।
1989 बैच के आईपीएस अधिकारी अशोक जुनेजा प्रभारी डीजीपी थे और उनकी मूल पोस्टिंग छत्तीसगढ़ आर्म्स फोर्सेज थी। अशोक जुनेजा अगले साल जून में रिटायर होने वाले थे। अब आदेश निकालने के दिन से उनका दो बरस का कार्यकाल मिल गया है। लिहाजा अब वे विधानसभा और उसके बाद लोकसभा का चुनाव करवाकर अगस्त 2024 में रिटायर होंगे।
आईपीएस मुकेश गुप्ता को बड़ी राहत
निलंबित आईपीएस मुकेश गुप्ता का निलंबन केंद्रीय गृह मंत्रालय ने निरस्त कर दिया है। ऐसे कयास लगाए जा रहे कि 1988 बैच के आईपीएस मुकेश गुप्ता 30 सितंबर को पुलिस विभाग से सेवानिवृत्त हो सकते हैं। अब तक यह आशंका थी कि मुकेश गुप्ता का रिटायरमेंट उनके निलंबित रहते ही होगा, लेकिन अब ये आशंका समाप्त हो गई है।
मुकेश गुप्ता ने अगस्त में केंद्रीय गृह मंत्रालय को आवेदन भेजा था। उन्होंने लिखा था कि उनके खिलाफ दर्ज सभी प्राथमिकियों पर सर्वोच्च न्यायालय और कैट ने रोक लगा दी है। इसके साथ ही उनके खिलाफ शुरु की गई अनुशासनात्मक कार्यवाही पर भी रोक लगा दी गई है। इस आवेदन के अभिलेखों के आधार पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 16 सितंबर को आदेश जारी कर आईपीएस मुकेश गुप्ता के निलंबन को निरस्त कर दिया है।
इससे पहले मुकेश गुप्ता डीजीपी पद पर पदोन्नत हो चुके थे। राज्य सरकार ने 9 फरवरी 2019 को मुकेश गुप्ता को निलंबित कर डीजीपी से वापस रिवर्ट कर दिया था। मुकेश गुप्ता को कैट से राहत मिल गई, राज्य सरकार ने हाईकोर्ट में अपील की, इस मामले में हाईकोर्ट का आदेश सुरक्षित है, जो कभी भी सार्वजनिक हो सकता है।