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जगदलपुर : पाट जात्रा पूजा विधान के साथ 75 दिवसीय बस्तर दशहरा 28 जुलाई से

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जगदलपुर :- बस्तर संभाग में मनाये जाने वाले ऐतिहासिक रियासत कालीन शताब्दियों पुरानी बस्तर गोंचा महापर्व के संपन्नता के साथ ही विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा 2022 की तैयारी शुरू हो गई है।

विश्व प्रसिद्ध 75 दिवसीय बस्तर दशहरा का आगाज हरियाली अमावस्या 28 जुलाई को पाट जात्रा पूजा विधान मां दंतेश्वरी मंदिर के सिंहद्वार के सामने सुबह 11 बजे संपन्न होगा।

परंपरानुसार बस्तर दशहरा के अन्य सभी पूजा जिसमें काछन गादी, जोगी बिठाई, मावली परघाव, भीतर रैनी, बाहर रैनी सहित मुरिया दरबार को 75 दिनों में पूरे किए जाते हैं।

भीतर रैनी और बाहर रैनी पर होने वाली रथयात्रा पर खासी भीड़ जुटती है। इस रथ पर पहले महाराजा बस्तर मां दंतेश्वरी के छत्र के साथ आसीन हुआ करते थे,

बस्तर रियासत के अंतिम महाराज प्रवीरचंद्र भंजदेव जिन्हे रथारूढ़ होने का मौका मिला था, उनकी हत्या कर दिये जाने के बाद विशलकाय दुमंजिला रथ पर वर्तमान में मां दंतेश्वरी के छत्र को रथारूढ़ कर रियासत कालीन परंपरा का निर्वहन किया जाता है।

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