जगदलपुर। फर्जी प्रमाण पत्र के सहारे नौकरी पाए 8 शिक्षाकर्मियों को जांच के बाद जिला पंचायत के पूर्व सीईओ केआर चौहान ने सेवा से बर्खास्त कर दिया था। इसे अपर्याप्त मानते हुए शिकायकर्ता श्रीनिवास पाल ने सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग कमिश्नर श्याम धावड़े को दिए मांगपत्र में की है।
विगत 15 जून 2022 को जिला पंचायत के सीईओ रोहित व्यास ने कमिश्नर को भेजे पत्र में कहा है कि शिकायकर्ता ने पुलिस थाना में चार सौ बीसी का प्रकरण दर्ज करने की मांग की है। उनके अनुसार बर्खास्त किए गए 8 शिक्षाकर्मियों ने फर्जी अनुभव और खेलकूद प्रमाण पत्र के सहारे नौकरी हासिल की थी। जांच के उपरांत जून 2014 को सभी को बर्खास्त किया गया था। जिनमें अनिता उईके, हरिशंकर सोरी, सुरेन्द्र कुमार नगपुरे, चेतनराम लटियारे, अनुपमा नेताम, निशामुनी नागवंशी, चित्रांगत चुरेन्द्र और कुमारी अवधिया शामिल थे। शिकायतकर्ता श्रीनिवास पाल ने बताया कि कमिश्नर ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एफआईआर कराने की बात कही है।
बर्खास्त 8 शिक्षाकर्मियों पर एफआईआर दर्ज हो
