रायपुर। दिल्ली में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ ईडी की कार्यवाही और लगातार तीन दिन तक पूछताछ व वर्तमान अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजे गए समन से नाराज कांग्रेस के कार्यकर्ता दिल्ली से लेकर रायपुर तक ईडी के तौर तरीके को लेकर हल्ला बोल रहे हैं।रायपुर में आज उन्होने पहले तो अंबेडकर प्रतिमा स्थल पर शांतिपूर्ण ढंग से धरना दिया और बाद वे राजभवन के लिए कूच कर गए। पुलिस ने तगड़ी घेरेबंदी कर रखी थी। उग्र कार्यकर्ताओं को जैसे तैसे पुलिस ने रोका लेकिन वे राजभवन के बाहर ही नारेबाजी करने लगे। बाद में एक प्रतिनिधि मंडल अंदर जाकर राष्ट्रपति के नाम राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम की अगुवाई में प्रदेश कांग्रेस के तमाम नेता और विधायक गुरुवार सुबह 11 बजे रायपुर के डॉ. भीमराव आम्डबेकर चौक पर इकट्ठा हुए। वहां उन्होंने धरना दिया। इस दौरान नेताओं ने कहा, केंद्र सरकार कांग्रेस और विपक्ष को बदनाम करने और सवाल उठाने वाले नेताओं को तोडऩे के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। राहुल गांधी भाजपा की हर चाल को बेनकाब कर रहे हैं। इसलिए वे उनकी आंखों में सबसे अधिक खटक रहे हैं। ईडी ने एक मनगढ़ंत केस में उनको उलझाने की कोशिश में है। कांग्रेस के कार्यकर्ता ऐसा नहीं होने देंगे।
एक घंटे तक धरना और भाषण के बाद कांग्रेस नेताओं ने डॉ. आम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर राजभवन के लिए कूच किया। आम्बेडकर चौक से करीब 400 मीटर पैदल चलकर प्रदर्शनकारी राजभवन के बाहरी गेट तक पहुंच गए। यहां सुरक्षाकर्मियों ने गेट बंद कर दिया। पुलिस का कहना था, राजभवन के भीतर जाने वाले प्रमुख नेता ही भीतर आएं। युवा कांग्रेस और एनएसयूआई के प्रदर्शनकारी भीतर जाने के लिए पुलिस कर्मियों से उलझ गए। इसकी वजह से वहां धक्का मुक्की की स्थिति बनी। बाद में मोहन मरकाम, सत्यनारायण शर्मा, मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया आदि नेताओं ने राज्यपाल से मिलकर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।