रायपुर : छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के प्रांतीय अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओपी शर्मा ने CMHO मीरा बघेल के खिलाफ 28 लाख के गबन का बड़ा खुलासा किया है. ओपी शर्मा का कहना है की सूचना के अधिकार अधिनियम 2005 के तहत प्राप्त जानकारी अनुसार कोविड -19 के द्वितीय लहर में कोविड केयर सेंटर चिकित्सालय माना में अप्रेल से जून 2021 तक अतिरिक्त मानव संसाधन हेतु यूनिसेफ सहायतार्थ राशि से जिले के कार्याल मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को लगभग 28 लाख रूपये संचालक स्वास्थ्य सेवाये के पत्र क्रमांक/लेखा/सेल-3/2021/22/310 सितंबर.2021 के निर्देशानुसार बजट आबंटन की स्वीकृती प्रदान की गई थी,,वह 28लाख रुपए की राशि डॉक्टर फार यू संस्था को दी गई को पूर्णता गलत है.
जानकारी देते हुए ओपी शर्मा ने कहा की यूनिसेफ छ.ग. के सहायतार्थ राशि से डाक्टर फार यू नामक संस्था ,शिवाजी नगर ,मुम्बई (म.रा.) के सहयोग से कोविड केयर सेंटर एवं आइसोलेशन सेंटर के संचालन हेतु आवश्यक संसाधनो, भोजन एवं परिवहन व्यवस्था के तहत कोविड -19 के कार्य हेतु 2 माह सेवाये लिए जाने के लिए प्रशासकीय स्वीकृती प्रदान की गई थी।
कोविड केयर सेंटर चिकित्सालय माना में अप्रेल 2021 से जून 2021 तक डाक्टर फार यू नामक संस्था को मानव संसाधन चिकित्सा विशेषज्ञ ,काउसंलर,स्टॉफ नर्स एवं अन्य स्टाफ के नाम से लगभग 28 लाख रूपये का मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा बिना किसी कार्य के बिना भौतिक सत्यापन किये तथा उक्त राशि के देयको को बिना सत्यापन किये ही भुगतान किया गया है ,संघ को प्राप्त जानकारी अनुसार डाक्टर फार यू नामक संस्था को भुगतान के लिए राशि संदेहास्पद है
वही इस पूरे मामले पर मीरा बघेल न कहा की इस पूरी तरह से मूर्खता पूर्ण बात कर है. उस समय कोरोना पिक में था. स्टेट से OMU हुआ जो वल्ड के फेमस डॉक्टर फार यू जो हर जगह काम करती है. जब कोरोना काल में सभी डॉक्टर कोरोना से पीड़ित थे. तब बाहर से डॉक्टर आते थे. तब उनका OMU हुआ था. और यूनिसेफ ने उनका पैसा दिया था. मीरा बघेल ने कहा की तो उसका पेमेंट कौन करेगा. मैं हो करूंगी ना. पैसा मेरे अकाउंट में ट्रांसफर हुआ था. और जितना उनका बिल बना था उतना पैसा ट्रांसफर हुआ था. उतना पैसा उनको दे दिया गया।
मीरा बघेल का कहना है कि इन लोगों को कुछ पता है नहीं. क्योंकि यह कोरोना टाइम पर छुप कर बैठे थे. इन्होंने एक काम किया तो नही है.सभी काम मेरे दूसरे स्टाफ ने काम किया है. एक भी काम यूनियन वालों ने नहीं किया है. यह सभी मुंह छुपा कर बैठे हुए थे उनको यह पता नहीं कि मैं हमने कितनी मुश्किलों से कोरोना में कितनी मुश्किलों से काम किया है. बिना वजह के मेरे खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं जिसको लेकर इन पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।