नवागढ़ बेमेतरा संजय महिलांग
यदि किसान स्वयं की तरह मिट्टी को भी संपूर्ण संतुलित आहार देता है तो किसी भी फसल का उत्पादन भरपूर होता है । उचित मात्रा मे फास्फोरस,कैल्शियम, पोटैसियम और नाइट्रोजन के साथ अल्प मात्रा में सुक्ष्म पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। युवा किसान किशोर राजपूत ने बताया कि इस खाद को किसान स्वयं घर पर बना सकता है और रासायनिक खादों में लगने वाले लागत को कम कर सकते हैं…
खाद निर्माण में लगने वाले आवश्यक सामग्री इस प्रकार से है…..
देशी गाय का गोबर 75 किलो,रॉक फास्फेट 25 किलो एक साथ किसी छाया में रखने पर 3 बार थोड़ा पलटी कर 20 लीटर एक बार मे गौ मूत्र डालने से 3 माह में पूर्णत जैविक खाद बन जाता है इस जैविक खाद को 2 टन एक एकड़ में छिड़काव करने से फास्फोरस ओर कैल्शियम की पूर्ति हो जाती है ।
2. हरी गाजर घास या सुखी कोई सा घास 100 किलो और 1 किलो खड़ा नमक छाया में 25 परसेंट नमी मिलाकर कर 3 माह तक रखने पर 3 बार 20 दिन मे गौ मूत्र या पानी का स्प्रे करने पर 3 माह में तैयार हो जा जाती है इसे 500 किलो ग्राम प्रति एकड़ उपयोग करने पर पोटाश की कमी पूरी कर सकते है ।
3. हरा कचरा 500 किलो ओर 500 लीटर पानी मिला कर किसी बर्तन में रखने पर 2 माह बाद जो तरल बनेगा उसे 500 लीटर प्रति एकड़ इस्तेमाल करने से नाइट्रोजन की कमी को पूरा किया जा सकता है
4. सुक्ष्म पोषक तत्वों की कमी को पुरा करने के लिए देशी गाय का ताज़ा गोबर 20किलो और गौ मूत्र ,2 लीटर, 2 किलो गुड़,2 किलो उरद दाल का आटा, 2 किलो सरसो की खली मिलाकर एक बर्तन में कपड़े से मुंह बांध कर 5 दिन तक रखते है फिर ज्यादा पानी डाल कर घड़ी की सुई की दिशा में ओर उल्टी दिशा में घूमा कर किसी भी फसल मे 15 से 20 दिन मे पानी के साथ मिलकर देने से सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी पूरी हो जाती है इस तरह किसान घर में सभी खाद स्वयं बना कर भरपूर उत्पादन के साथ कृषि को आत्मनिर्भर बना सकता है ।