रायपुर। छत्तीसगढ़ क्रिकेट टीम के कप्तान हरप्रीत सिंह भाटिया पर जालसाजी का मामला दर्ज किया गया है। फर्जी मार्कशीट लगाकर भारतीय लेखा एवं लेखा परीक्षा विभाग की ओर से विधानसभा थाने में मामला दर्ज किया गया है। हरप्रीत सिंह भाटिया छत्तीसगढ़ क्रिकेट टीम के रणजी, टी-20 सहित अन्य टूर्नामेंट के कप्तान हैं। मामले में विधानसभा थाना प्रभारी संजीव मिश्रा ने बताया कि शिकायत के जांच की गई और आरोपित पर अपराध दर्ज किया गया।
विधानसभा थाने में महालेखाकार विभाग की ओर से रिपोर्ट दर्ज करवाई गई है। आरोपित हरप्रीत सिंग भाटिया ने वर्ष 2014 में क्रिकेट संवर्ग से लेखा परिक्षक, लेखापाल पद पर भर्ती के लिए आवेदन किया था। आवेदन पत्र के साथ सत्यापित दस्तावेज शैक्षणीक योग्यता मांगी गई थी। जिसकी जांच कराई गई। प्रमाण पत्र एवं अन्य दस्तावेजों के सत्यप्रति प्रस्तुत करनी थी। हरप्रीत सिंह भाटिया ने निर्धारित प्रोफार्मा में दस्तावेज की सत्यप्रति प्रस्तुत किया था। सभी आवेदनों को प्रारंभिक आहतो के आधार पर 18-19 मार्च को फिल्ड ट्रायल के लिए खिलाडि़यों का चयन किया गया था। इसमें हरप्रीत सिंग भाटिया मूल दस्तावेजों के साथ उपस्थित हुए थे।
इसके बाद हरप्रीत सिंग भाटिया का चयन संभावित सूचि में किया गया। हरप्रीत ने अपना स्वीकृति पत्र भी प्रस्तुत किया था। कार्यालय द्वारा सभी चयनित उम्मीदवारों के शैक्षणिक योग्यत प्रमाण पत्र जांच के लिए प्रमाण पत्र जारी करने वाली संस्थाओं को उनकी सत्यता के लिए प्रेषित किए गए थे। हरप्रीत सिंग भाटिया ने बीकाम बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी से प्राप्त किया था। जिसकी सत्याता के लिए बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी झांसी को पत्र भेजा गया था।
बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी से सूचना मिली कि हरप्रीत सिंग भाटिया अंतिम वर्ष का अनुक्रमांक विश्वविद्यालय में दर्ज नहीं है। संलग्न मार्ग शीट फर्जी है। इस विश्व विद्यालय द्वारा नहीं जारी किया गया है। विश्व विद्यालय से प्राप्त जानकारी के आधार पर इस कार्यालय द्वारा सरकारी कामकाज एवं फर्जी दस्तावेज पेश करने में हरप्रीत भाटिया पर एफआइआर दर्ज की गई।
अब टीम में सलेक्शन पर चिंता :
जल्द ही छत्तीसगढ़ टीम का चयन किया जाएगा। एफआरआर के बाद छत्तीसगढ़ टीम से हरप्रीत सिंह की छुट्टी हो सकती है। वहीं अब हरप्रीत के रिकार्ड की जांच BCCI भी कर सकता है।