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संत शिरोमणि गुरु घासीदास सम्मान से सम्मानित किए गए रायगढ़ सतनामी समाज जिलाध्यक्ष शैलेश मनहर

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रायगढ़ 19 अप्रैल 2022 |  कर्मफल शिक्षण संस्थान समिति जोरैला पामगढ़ जिला जांजगीर चाम्पा में आजाद भारत के संविधान निर्माता, भारतरत्न, बोधिसत्व, symbol of knowledge के नाम से दुनिया भर में पहचाने जाने वाले बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर जी की जयंती के शुभ अवसर पर हर साल 100 लोगों को अपने संस्थान के तरफ से सम्मानित करते आ रहा है लेकिन विगत दो वर्षों से कोरोना के कारण यह सम्मान समारोह नहीं हो पाया था।
जिसे इस वर्ष बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर जी की 131वीं जयंती के शुभ अवसर तीनों साल के 100-100 मिलाकर कुल 300 लोगों को 17 अप्रैल को कर्मफल शिक्षण संस्थान समिति, संत शिरोमणि गुरु घासीदास महाविद्यालय जोरैला पामगढ़ जिला जांजगीर चाम्पा में प्रतिभा सम्मान एवं ISSO कैरियर एकेडमी के उद्घाटन समारोह में सम्मानित किया गया। जिसमें छत्तीसगढ़ प्रदेश के साथ-साथ अन्य प्रदेशों के सभी सतनामी समाज, संगठनों और प्रमुखों को एक मंच पर आमंत्रित किया गया था। जिसकी सभी ने मुक्त कंठ से प्रशंसा की और मान रखकर सभी लोग एक मंच पर आए भी। जिसका सन्देश समाज में अच्छा गया।
कर्म करते रहो, कर्म का फल, सम्मान, कीर्ति-अपकीर्ति आपके अपने कर्मों के अनुसार ही आपको उस मुकाम तक पहुँचा देती है, जो आपके द्वारा किए गए कार्यों के लिए फिट बैठती हो, क्योंकि कोई ना कोई आपके कामों को बहुत बारीकी से अवलोकन कर रहा होता है। भले ही आप उन्हें ना जानते हो। लेकिन फिर भी वह आप पर अपनी पारखी नजर बनाए हुए रखता है। यदि आप कुछ भी अच्छा या बुरा काम करते हैं तो लोग आपको पारखी नजरों से परखते हैं। और आप सोचे भी नहीं रहते हैं वैसा फल आपको प्राप्त होता है। कुछ ऐसा ही हुआ शैलेश मनहर, रायगढ़ जिलाध्यक्ष, सतनामी समाज छत्तीसगढ़ के साथ। जब कर्मफल शिक्षण संस्थान समिति सन्त शिरोमणि गुरु घासीदास महाविद्यालय एवं ISSO कैरियर अकेडमी जोरैला पामगढ़ जिला जांजगीर चाम्पा छत्तीसगढ़ के संस्थापक मंडल ने अपने कर्मफल शिक्षण संस्थान के तरफ से समाज हित में अनुकरणीय कार्य के लिए प्रदेशाध्यक्ष छत्तीसगढ़ सतनामी समाज छत्तीसगढ़, संस्थापक- छ.ग. ज्ञान ज्योति उ.मा. विद्यालय, कर्मफल पब्लिक स्कूल, संत शिरोमणि गुरु घासीदास महाविद्यालय, ISSO कैरियर अकेडमी पामगढ़, संस्थापक/अध्यक्ष- इंडियन सतनामी समाज आर्गेनाइजेशन, के डॉ. राजाराम बनर्जी के द्वारा सन्त शिरोमणि गुरु घासीदास सम्मान से शैलेश मनहर को सम्मानित किया गया।
समाज हित में काम करने के लिए पद-मानसम्मान की आवश्यकता नहीं होती- शैलेश मनहर
हमेशा अपने को बिना किसी दिखावे के, बिना किसी तामझाम, बिना कोई मजमा लगाए समाज के लिए जितना उनके द्वारा हो सके, उतना करने वाले शैलेश मनहर अपने अलग अंदाज के लिए जाने जाते हैं। उनके अनुसार समाज हित में कोई भी कार्य करने के लिए किसी तरह के पद, मानसम्मान की आवश्यकता नहीं होती। होती है तो मन में समाज हित में कार्य करने की प्रबल इच्छा शक्ति। जिसके बिना कुछ भी नहीं किया जा सकता। सन्त शिरोमणि गुरु घासीदास सम्मान से सम्मानित शैलेश मनहर ने कर्मफल शिक्षण संस्थान के संस्थापक और प्रदेशाध्यक्ष सतनामी समाज छत्तीसगढ़ डॉ. राजाराम बनर्जी, दीपक मिरी, प्रदेशाध्यक्ष सतनामी समाज छत्तीसगढ़ युवा प्रकोष्ठ, गुरुनाथ जांगड़े, प्रदेश महासचिव, सतनामी समाज छत्तीसगढ़ सहित कर्मफल शिक्षण संस्थान और आयोजन समिति, चयन समिति के सभी लोगों का तहेदिल से धन्यवाद और आभार व्यक्त किया और कहा कि, उन्होंने मुझे इस सम्मान के लायक समझा और मेरा मान बढ़ाया। इसके लिए उन सभी लोगों का बहुत-बहुत धन्यवाद।
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