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खदान में नियमों की उड़ रही धज्जी, छांट कर दिया जा रहा कोयला

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कोरबा । एक बार फिर साउथ इस्टर्न कोलफिल्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) की खदान में चल रहे कोयले के अफरा तफरी का भंडाफोड़ हुआ है। नियम विरूद्ध स्टीम (छांट कर) कोयला लोड दो गाड़ी पुलिस ने दीपका चौक में पकड़ा है। कोयला बिलासपुर के एक ट्रेडिंग कंपनी के डीओ का है। आरओएम (रनिंग आफ माइंस) कायदों का उल्लंघन करते हुए खदान के अंदर मजदूरों से छंटवा कर कोयला लदवाया गया। पुलिस ने दोनों वाहन जब्त कर लिया है।

पुलिस के अनुसार दीपका खदान से दो वाहन में स्टीम कोयला लेकर बिलासपुर के रवाना होने की सूचना मिली। जिसके बाद पुलिस ने घेराबंदी कर दीपका चौक में ट्रक क्रमांक सीजी 15 एसी 8790 व ट्रेलर क्रमांक सीजी 04 जेडडी 0445 को रोका। वाहन में जांच के दौरान स्टीम कोयला लोड मिला। ट्रक को चालक विवेक चौबे 32 वर्ष निवासी महदेईया थाना नगर उतारी हरिखिलो कला जिला गढवा झारखंड तथा ट्रेलर को चालक एकराम अंसारी 22 वर्ष निवासी ग्राम थाना रंका जिला गढवा झारखंड बिलासपुर की ओर ले जा रहे थे।बताया जा रहा है कि बिलासपुर की एक ट्रेडिंग कंपनी के नाम का डीओ खदान के अंदर से उठाया गया। नियम के अनुसार खदान में जैसा कोयला उत्पादन हो रहा, वैसा ही कोयला स्टाक से पोकलेन के माध्यम से लोड किया जाता है। स्टीम कोयला खदान से बाहर निकलने की इस घटना ने एक बार फिर यह पुष्ट कर दिया है कि कोयला लोडिंग में नियमों की अनदेखी की जा रही। यह बात भी स्पष्ट है कि खदान के अंदर लोडर, कांटाबाबू व इंचार्ज तक मिलीभगत चल रही है। कर्मचारियं के सांठगांठ के बिना स्टीम कोयला बाहर निकलना संभव नही है। बहरहाल पुलिस ने दोनों वाहनों में स्टीम कोयला से लदी दोनों वाहनों को धोखाधडी करने के संदेह में धारा 102 के तहत कार्रवाई करते हुए जब्त कर लिया है। पुलिस ने बताया कि उक्त दोनों वाहन तिवरता निवासी रवि ट्रांसपोर्टर के अधीन संचालित हो रही है।

ट्रांसपोर्टर को पुलिस जारी करेगी नोटिस

पुलिस का कहना है कि तिवरता के ट्रांसपोर्टर को नोटिस जारी कर वाहन में लोड स्टीम कोयला की जानकारी ली जाएगी। साथ ही खदान से बाहर निकलने के गेट पास का भी जांच किया जाएगा। यह सवाल भी अभी सुलझना बाकी है कि बेरियर में बिना किसी जांच के स्टीम कोयला कैसे खदान के बाहर निकालने दिया गया। कोयले के हेराफेरी के इस मामले में दोषी पाए जाने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

मजदूर लगा कर की जा रही छंटाई

गैर बिजली सेक्टर को खदान से निकलने वाला कोयला ही नसीब नही हो रहा, पर अधिकारियों व कर्मचारियों सांठगांठ कर धडल्ले से उच्च क्वालिटी (स्टीम) कोयला ट्रेडिंग कंपनियों को दिया जा रहा। यहां बताना होगा कि जिन ट्रेडिंग कंपनियों से अधिकारियों की सांठगांठ है, वे मजदूर लगा कर स्टीम कोयले की छंटाई कर वाहन में लोड करवाते हैं। कोल एक्ट के नियमों की धज्जियां किस तरह खदान में उड़ाई जा रही, यह उसका प्रत्यक्ष उदाहरण है।

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