दुनिया भर मे महिलाओं के खिलाफ भेदभाव को दूर करने के लिए महिला दिवस मनाया जाता है ताकि महिलाओं के विकास पर ध्यान केंद्रित किया जा सके और उनकी उपलब्धियों पर गर्व किया जा सके,
अफताब आलम/ बलरामपुर/ बलरामपुर जिले के राजपुर में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित किया गया |
महिलाओं को विधिक जानकारी देते हुए ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष,जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता अधिवक्ता सुनील सिंह ने कहा कि महिला अधिकारों के लिए महिलाओं द्वारा आवाज उठाने का इतिहास काफी पुराना रहा है, महिला दिवस के अवसर पर हम देश दुनिया की तमाम महिलाओं को याद करते हैं जिन्होंने समूची दुनिया में अमिट छाप छोड़ी हैं, चाहे वह नाम मार्गेट थैचर का हो, कल्पना चावला, श्रीमती इंदिरा गांधी का हो या फिर हमारे अंचल की राजमोहिनी देवी जैसी महिलाओं का, या मनरेगा में तरबतर पसीने में काम करती हमारी श्रमजीवी महिलाओं का, महिलाओं की उपलब्धियों उनके काम उनके द्वारा किए गए ऐतिहासिक कार्यों को याद करने का दिन अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस है|
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर संयुक्त राष्ट्र संघ ने जेंडर इक्वलिटी टुडे फॉर सस्टेनेबल टुमारो का थीम रखा है जिसका अर्थ है मजबूत भविष्य के लिए लैंगिक समानता जरूरी है। डेनमार्क जर्मनी में पहली बार 1911 में महिला दिवस मनाया गया था, उसके पूर्व महिला अधिकारों को लेकर उन्नीस सौ आठ नौ में भी समाजवादी राजनीतिक कार्यक्रमों में महिला दिवस का आयोजन हुआ था दुनिया भर मे महिलाओं के खिलाफ भेदभाव को दूर करने के लिए महिला दिवस मनाया जाता है ताकि महिलाओं के विकास पर ध्यान केंद्रित किया जा सके और उनकी उपलब्धियों पर गर्व किया जा सके,उपस्थित महिलाओं को विधिक जानकारी देते हुए घरेलू हिंसा से संरक्षण अधिनियम दंड प्रक्रिया संहिता में संशोधन के अलावा महिलाओं को लेकर कार्यस्थल पर लैंगिक उत्पीड़न से संबंधित प्रावधानों के संबंध में महिलाओं को जानकारी दी तथा यह भी कहा कि कल जिन लोगों ने प्रयास किया उसके बूते आज का समय बेहतर है आज के हमारे प्रयासों से आने वाला कल शानदार होगा और यह काम महिलाएं कर सकती हैं छत्तीसगढ़ में सुपोषण के स्तर को उच्चतम पहुंचाने के पीछे महिलाओं की अहम भूमिका रही है राज्य सरकार महिला स्व सहायता समूह के ऋण माफ कर सीधा लाभ पहुंचा रही है छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार ने महिलाओं के हितों और उनके चहुमुखी विकास के लिए कई कार्यक्रम जिन से सीधा लाभ महिलाओं को हो सके बेटियों को हो सके उसे प्रारंभ किया है, नोनी सुरक्षा के अलावा कौशल्या मातृत्व योजना भी प्रारंभ की गई है कौशल्या मातृत्व योजना अंतर्गत दूसरी वाली का संतान के जन्म पर ₹5000 की एकमुश्त सहायता राशि दी जाती है मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में प्रति कन्या विवाह की राशि भी ₹25000 की गई है।
अधिवक्ता जितेंद्र गुप्ता ने कहा कि अधिकार हमें इसलिए मिलते हैं कि हम दूसरों के अधिकारों का भी ध्यान रखें हम अपने कर्तव्यों का पालन करते हैं तो दूसरे के अधिकार सुरक्षित होते हैं हम इस बात का ख्याल रखें कि हमें जो दायित्व है जो काम सौंपा गया है उस काम को पूरी निष्ठा से करें जिससे बेहतर परिणाम आ सके बहने यह काम बेहतर ढंग से करेंगे तो समाज में व्यापक बदलाव आएगा जिसकी आज जरूरत है।
महिला बाल विकास अधिकारी कमलावती खा खाने संबोधित करते हुए कहा महिलाएं हर क्षेत्र में बखूबी अपना दायित्व निभा रही है घर से लेकर बाहर की दुनियादारी में भी उन्होंने अहम मुकाम हासिल कर लिया है महिलाओं की वजह से समाज में नया बदलाव आया है महिला दिवस पुरुष प्रधान समाज में महिलाओं को बराबरी पर लाने के लिए नहीं बल्कि उनसे कहीं एक कदम आगे जाकर समाज में नए कीर्तिमान को स्थापित करने के लिए हम सब मिलजुल कर मना रहे हैं जीवन में प्रतिस्पर्धा जरूरी है और यह प्रतिस्पर्धा होने से हमें आगे बढ़ने के अवसर मिलते हैं महिला दिवस जैसे आयोजन महिलाओं के अंदर सम्मान और उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा को जगाता है।
इस अवसर पर नोनी सुरक्षा योजना के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। तथा खेलकूद प्रतियोगिता के प्रतिभागियों को भी पुरस्कृत किया गया।
इस अवसर पर पर्यवेक्षक अमृत तिग्गा,तेज कुमार कुजूर, गीता गुप्ता,उषा सिंह रीता सिंह,रजत लकड़ा,मंजू जायसवाल सुनीता मिंज,अनीता तिर्की,अंजुलस कुजूर, लालता प्रसाद यादव, राहुल वर्मा, पीएलवी कमला गुप्ता, जीतू राम व अन्य विभागीय कर्मी मौजूद थे।