नई दिल्ली : संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी एजेंसी ने कहा कि इस हफ्ते की शुरुआत में नाव से इटली पहुंचने की कोशिश में 75 शरणार्थी उत्तरी लीबिया के तट के पास भूमध्यसागर में डूब गए. ‘इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन फॉर माइग्रेशन’ ने शनिवार को ट्वीट कर यह जानकारी दी है (Migrants From Libya to Italy). उसने बताया कि 15 लोगों को मछुआरों ने बचा लिया और उन्हें उत्तरपश्चिमी लीबिया में जुवारा बंदरगाह तक लाया गया. उसने अभी इस बारे में अधिक जानकारी नहीं दी है.
इस बीच, इटली के तटरक्षक बल ने शनिवार को नावों पर सवार 420 से अधिक शरणार्थियों को भूमध्यसागर में खराब मौसम के बीच बचाया, इनमें दर्जनों नाबालिग भी शामिल हैं (Migrants From Libya to Italy 2021). तटरक्षक बल ने एक बयान में कहा कि उसकी एक मोटर चालित नाव से 70 शरणार्थियों को सिसिली के दक्षिण में इटली के लैम्पेदुसा द्वीप सुरक्षित लाया गया. इस बीच तटरक्षक बल का एक अन्य जहाज 350 से अधिक शरणार्थियों को लेकर शनिवार शाम को सिसिली में पोर्तो एम्पेदोस्ली बंदरगाह की ओर रवाना हुआ.
शरणार्थियों में नाबालिग भी शामिल
इन शरणार्थियों में 40 से अधिक नाबालिग भी शामिल हैं. उन्हें सिसिलियन तट से 115 किलोमीटर दूर मछली पकड़ने वाली एक नौका से सुरक्षित बचाया गया (Refugees Drown in Mediterranean Sea). तटरक्षक बल ने बताया कि मछली पकड़ने वाली नाव ‘समुद्र में खराब मौसम और क्षमता से अधिक लोगों के सवार होने के कारण खतरे में थी.’ बयान में बड़ी संख्या में शरणार्थियों को बचाए जाने को ‘जटिल’ बताया गया है. इसमें कहा गया है कि बचाव अभियान के दौरान ‘हवा के असर को खत्म करने के लिए’ चार मालवाहक जहाजों को काम में लगाया गया.
मैक्सिको में सैकड़ों शरणार्थी पकड़े गए
दूसरी ओर मैक्सिको से खबर आई है कि यहां अधिकारियों ने 400 से अधिक शरणार्थियों को पकड़ा है, जो दो सेमी-ट्रेलर के पिछले हिस्से में बैठकर देश में प्रवेश कर रहे थे (Migrants Drown in Mediterranean). अधिकारियों ने इन शरणार्थियों को एक बंद स्थान पर तब तक के लिए रखा है जब तक कि उन्हें संघीय आव्रजन एजेंट को सौंप नहीं दिया जाता. शरणार्थियों से मिलने के बाद वेराक्रूज मानवाधिकार आयोग के टोनाटिउह हेरनांदेज सारमिऐंटो ने कहा, ‘उनकी संख्या 400 से अधिक है.’ इन लोगों में बच्चे, गर्भवती महिलाएं और बीमार लोग भी थे. वाशिंगटन में गुरुवार को उत्तर अमेरिकी नेताओं के शिखर सम्मेलन में मैक्सिको, अमेरिका और कनाडा के नेताओं ने शरणार्थियों के मुद्दे पर चर्चा की थी.