पंजाब : पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह गुरुवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे। माना जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच केंद्र के कृषि कानूनों से संबंधित मुद्दों पर भी चर्चा होगी। इन्हीं कृषि कानूनों का विरोध करते हुए ज्यादातर उत्तरी राज्य के किसान दिल्ली सीमा के पास धरने पर बैठे हैं। अमरिंदर सिंह ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की जहां उन्होंने एक नए राजनीतिक दल के गठन और शाह के साथ अपनी बैठक के बारे में घोषणा की। उन्होंने कहा, कल (गुरुवार को) मैं गृह मंत्री शाह से मिलने जा रहा हूं और 25-30 लोग मेरे साथ जाएंगे।
कांग्रेस नेता के इस कदम का भाजपा ने स्वागत किया। पार्टी महासचिव तरुण चुग ने कहा कि केंद्र हमेशा किसानों के साथ बातचीत के लिए तैयार रहा है और गतिरोध को हल करने के लिए सरकार किसी भी हस्तक्षेप का स्वागत करती है। शाह के साथ सिंह की मुलाकात इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि उन्होंने पंजाब में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा के साथ गठबंधन की संभावना से इंकार नहीं किया है, बशर्ते किसानों के मुद्दों का समाधान किया जाए। कैप्टन का कहना है, मुझे लगता है कि मैं समाधान खोजने में मदद कर सकता हूं क्योंकि मैं पंजाब का मुख्यमंत्री रहा हूं और एक किसान भी हूं। भाजपा भी कैप्टन के अगले कदम का इंतजार कर रही है। कैप्टन का कहना है कि वह उस पक्ष के साथ गठबंधन के लिए तैयार हैं जो देश के हित को पहले रखता है।
पंजाब में कांग्रेस के लिए मुश्किल होगी
कैप्टन अमरिंद सिंह अलग पार्टी बनाते हैं और यह दल किसानों के मुद्दों पर भाजपा की परेशानी कम कर देता है तो इसका सबसे बड़ा असर पंजाब विधानसभा चुनावों में देखने को मिलेगा। इस स्थिति में सबसे बड़ा नुकसान कांग्रेस का होगा।