रायपुर वॉच

दशहरा उत्सव में भिड़े भाजपाई, आपस में सिरफुटव्वल

Share this

भिलाई : भिलाई के दशहरा मैदान में शुक्रवार को रावण दहन कार्यक्रम के दौरान भाजपा नेताओं के दो गुटों में जमकर मारपीट हुई। दोनों गुटों के लोग राज्यसभा सांसद सरोज पाण्डे के समर्थक हैं। पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत पर काउंटर अपराध दर्ज किया है। जानकारी के मुताबिक जयंती स्टेडियम में राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय की भाभी चारूलता पांडेय हर साल शाही दशहरा के बैनरतले दशहरा उत्सव का आयोजन करती हैं। इस बार भी उनके द्वारा वहां भव्य दशहरा उत्सव का आयोजन किया गया। आयोजन के दौरान सब कुछ शांतिपूर्वक चल रहा था, लेकिन उनके अपने ही समर्थक आपस में भिड़ गए और दोनों में जमकर मारपीट हुई। भिलाई नगर पुलिस की माने तो दोनों गुटों के बीच मारपीट कुर्सी पर बैठने की बात को लेकर हुआ है, लेकिन लोग इसे अलग ही मुद्दा बता रहे हैं।

बताया जा रहा है कि भाजयुमो के पूर्व जिलाध्यक्ष सत्येंद्र सिंह और मौजूदा भाजयुमो जिला महामंत्री प्रवीण बिस्वाल उर्फ पाढ़ू व दीपक त्रिपाठी ने भाजयुमो के कैंप मंडल के अध्यक्ष शुभम सिंह व उसके साथियों की पिटाई कर दी। इसके बाद दूसरे गुट ने भी सत्येंद्र सिंह और उनके साथियों से मारपीट की।

शुभम सिंह ने मारपीट के बाद भिलाई नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई और बताया कि अपने घर मदर टेरेसा नगर कैम्प 2 छावनी से जयंती स्टेडियम मैदान में अपने साथी सत्यम यादव, अभय चौबे के साथ दशहरा देखने गया था। रात तकरीबन 11.30 बजे रावण दहन होने के बाद भीड़भाड़ होने से प्रवीण बिस्वाल उर्फ पाड़ु, सत्येन्द्र सिंह, दीपक त्रिपाठी एवं उसके अन्य साथी सत्यम यादव से धक्कामुक्की करने लग गए। उन्होंने सत्यम को गालियां देते हुए जान से मारने की धमकी दी और मारपीट शुरू कर दी। उसके बाद भी जब उनका गुस्सा शांत नहीं हुआ तो उन्होंने उसकी कार के शीशे को लोहे के राड से तोड़ दिया और उसके अंदर रखे रखी नगदी रकम 18300 रुपये, गाड़ी के कागजात, कपड़े आदि के बाहर फेंककर डंडे से मारा।

कल वह सेक्टर 3 स्थित अपने घर से शाही दशहरा मैदान दशहरा देखने गया था। वह कुर्सी में बैठा था कि शुभम सिंह एवं उसके साथी अभय चौबे, सत्यम यादव, सूर्या तिवारी आए और मुझे कुर्सी से हटने के लिए बोला। जब न हटने के लिए बोला तो शुभम सिंह एवं उनके तीनों साथियों ने गालियां देते हुए उसके साथ मारपीट की। इसमें उसके सिर चोट आई। झूमा झटकी के दौरान अजय के गले से सोने की चैन कहीं गिर गई जो नहीं मिली।

Share this

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *