गांधीनगर : गुजरात में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपनी पूरी सरकार में बदलाव कर दिया है. पहले विजय रुपाणी को हटाकर भूपेंद्र पटेल को मुख्यमंत्री बनाया गया और अब पूरी कैबिनेट बदलने की तैयारी है. गुजरात की नई कैबिनेट (Gujarat Cabinet) गुरुवार दोपहर को शपथ लेगी, उससे पहले ही विधायकों को फोन पहुंचना शुरू हो गया है. जिनको फोन पहुंच रहा है, वही मंत्री बनने के प्रबल दावेदार हैं. अभी तक किन-किनको फोन पहुंचा है और कौन मंत्री बन सकता है, नज़र डालिए…
1. मोरबी से विधायक बृजेश मेरजा
2. राजकोट ईस्ट से विधायक अरविंद रैयाणी
3. लिमडी से विधायक किरीट सिंह राना
4. गणदेवी से विधायक नरेश पटेल
5. सूरत मजूरा से विधायक हर्ष सांघवी
6. विसनगर के विधायक ऋषिकेश पटेल
7. ओलपाड के विधायक मुकेश पटेल
8. वडोदरा सिटी की विधायक मनीषा वाकिल
9. कपराडा से विधायक जीतू चौधरी
10. संतराम से विधायक कुबेर डिंडोर
नए मंत्रिमंडल में तीन आदिवासी चेहरों को जगह मिल सकती है. इनमें नरेश पटेल, कुबेर डिंडोर, जीतू चौधरी शामिल हैं.
कौन बन रहे हैं गुजरात के नए मंत्री?
मुकेश पटेल सूरत के ओलपाड़ विधानसभा सीट से बीजेपी के दूसरी बार विधायक हैं. मुकेशभाई पटेल का जन्म 21 मार्च 1970 में सूरत में हुआ था. मुकेश पटेल 2012 में पहली बार विधानसभा के लिए चुने गए थे और 2017 में दूसरी विधानसभा पहुंचे. मुकेश पटेल की पत्नी का नाम मीनाबेन है.
किरीट सिंह राणा बीजेपी के टिकट पर पांचवीं बार विधायक हैं. किरीट सिंह राणा का 1995 में पहली बार विधायक बने और उससे बाद से लगातार जीत दर्ज करते रहे हैं. हालांकि, 2017 के विधानसभा चुनाव में लिंबडी सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी चेतन खाचर के हाथों हार गए थे. चेतन खेचर ने कांग्रेस और विधायकी पद से इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थाम लिया था, जिसके बाद हुए उपचुनाव में किरीट राणा ने विधायक बने. इससे पहले 1998 से 2002 तक गुजरात में मंत्री रहे चुके हैं.
कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आने वाले बृजेश मेरजा को भूपेंद्र पटेल के मंत्रिमंडल की जगह दी गई है. वो 2017 के विधानसभा चुनाव में मोरबी सीट कांग्रेस के टिकट पर बीजेपी के प्रत्याशी कांतिलाल को मात देकर विधानसभा पहुंचे थे. हालांकि, पिछले साल कांग्रेस और विधायक पद से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो गए और उपचुनाव में बीजेपी प्रत्याशी के तौर पर बृजेश मेरजा जीत दर्ज की.
आपको बता दें कि गुजरात में पहले बुधवार को मंत्रिमंडल विस्तार की बात सामने आई थी, लेकिन जब पता चला कि पूरी कैबिनेट ही बदली जा रही है तब कुछ विधायकों-मंत्रियों ने नाराज़गी जाहिर की. ऐसे में विवाद के चलते इस शपथ ग्रहण को एक दिन के लिए टाला गया था.
भारतीय जनता पार्टी ने हाल ही के दिनों में अपने कई राज्यों में मुख्यमंत्रियों को बदला है. इन सभी राज्यों में अगले एक या दो साल में विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में माना जा रहा है कि सरकार के खिलाफ बन रहे माहौल को तोड़ने के लिए ये कदम उठाए जा रहे हैं.