रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के माना एयरपोर्ट पर स्थित केन्द्रीय औधोगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) में पदस्थ सब इंस्पेक्टर को पैंगोलिन शल्क की तस्करी करते वन विभाग ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपित के पास से साढ़े तीन किलो पैंगोलिन शल्क बरामद हुई है। पैंगोलिन शल्क की चीन और साउथ ईस्ट एशिया में काफी डिमांड है। वहां पर इसका उपयोग सूप और दवा बनाने में किया जाता है। गिरफ्तार आरोपित ने इसे 60 हजार रुपये प्रतिकिलो के हिसाब से बेचने का सौदा किया था। इसीबीच वन विभाग को मुखबिर से सूचना मिली और बुधवार को उसे जयस्तंभ चौक से गिरफ्तार कर मामले की जांच कर रही है।
वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम देवनगी छिंदवाड़ा, लोहांगी मध्य प्रदेश निवासी जितेन्द्र कोचे पिता नरेश कोचे वर्तमान में रायपुर एयरपोर्ट में सीआइएसएफ में सब इंस्पेक्टर पद पर पदस्थ है। वह पिछले कुछ दिनों यू ट्यूब पर पैंगोलिन शल्क के दाम के बारे में सर्च कर रहा था। इसके साथ ही वह उसे टुकड़े-टुकड़े में बेचने के लिए ग्राहक की भी तलाश कर रहा था। बुधवार को वह मोटरसाइकिल में नीले कलर की बैग में पैंगोलिन शल्क लेकर बेचने के फिराक में निकला था।
वन विभाग की टीम को मुखबिर के माध्यम से इसकी सूचना मिल गई थी। उसके बाद प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख छत्तीसगढ़ राकेश चतुर्वेदी, क्षेत्रीय उप निदेशक अभिजीत राय, मुख्य वन संरक्षक जे.आर. नायक के निर्देश पर वनमंडलाधिकारी रायपुर विश्वेस कुमार के मार्गदर्शन में वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो मध्य क्षेत्र जबलपुर, वाइल्ड लाइफ ट्रस्ट आफ इंडिया, कन्जर्वेशन कोर सोसाइटी व वन विभाग छत्तीसगढ की संयुक्त टीम का गठन किया गया।
सूचना के मुताबिक वन विभाग की टीम ने रायपुर के जयस्तंभ चौक पहुंची तो देखा कि एक संदिग्ध व्यक्ति जिसके पीठ में नीले काले रंग का बैग टंगा हुआ था। टीम ने उसे रोककर उसको बैग खोलकर दिखाने के लिए कहा तो आरोपित बैग खोल तो उसमें एक प्लास्टिक की थैली थी। जिसमें साढ़े तीन किलो पैंगोलिन शल्क था। पूछताछ में उसने केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल में उप निरीक्षक व रायपुर एयरपोर्ट में कार्यरत बताया। आरोपित के खिलाफ वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए उसे हिरासत में लिया है। पूछताछ में उसने अपने गांव से लाने की बात कबूल की है।