बालोद/गुंडरदेही : बालोद जिले के गुंडरदेही ब्लॉक मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत अचौद में द्रोणिका गेडाम (29) ने घर के बाथरूम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना 13 सितंबर को सुबह 11 बजे से 12 बजे के बीच की है। महिला ग्राम अचौद के गेडाम परिवार की छोटी बहू थी, उसका मायका ग्राम पंचायत लाटाबोड़ है। परिवार से मिली जानकारी के अनुसार द्रोणिका गेडाम के पति अरविंद गेडाम आदिवासी बालक छात्रावास अर्जुंदा में अधीक्षक हैं।
बाथरूम में लगाई फांसी
घटना के समय महिला अपनी बहन को तीजा वापस ले जाने रवाना हुए थे। घर पर द्रोणिका के साथ सूर्या गेडाम थी। द्रोणिका बच्चों को नहला धुला कर खाना देने के बाद बाथरूम के अंदर खुद को बंद कर लिया। द्रोणिका की 6 साल की पुत्री ने अपनी दादी अर्थात सूर्या गेडाम को बताया कि मम्मी दरवाजा नहीं खोल रही है। बाथरूम में है। जिस पर उन्होंने भी दरवाजा खटखटाया। नहीं खोलने पर एलुमीनियम सेक्शन का बने दरवाजे को तोड़ा, तब घटना की जानकारी हुई।
हाथ-पैर के दर्द से परेशान थी महिला
महिला के आत्महत्या की घटना की जानकारी ग्राम कोतवाल ने थाना रनचिरई को दी। थाना रनचिरई के उपनिरीक्षक कमलेश कुमार साहू, गुंडरदेही नायब तहसीलदार धर्मेंद्र श्रीवास्तव, हल्का पटवारी परमानंद भूआर्य मौके पर पहुंचे। पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। परिजनों के अनुसार द्रोणिका हाथ-पैर व नसों के दर्द से परेशान थी, जिसकी वजह से घातक कदम उठाया। द्रोणिका तीज पर्व पर अपने मायके लाटाबोड़ गई थी। वापस आने के बाद बच्चों को नहला धुला कर खाना देकर आत्महत्या की। उनकी दो पुत्री 6 वर्ष की हिमांक्षी और 4 वर्ष की चारुसी है।
युवक ने लगाई फांसी
बालोद जिले के ग्राम रनचिराई में 28 वर्षीय ललित कुमार रात को खाना खाया और अपने कमरे में सोने गया। वहीं रात में फांसी लगा की। सुबह देर तक नहीं उठने पर परिजनों ने दरवाजा खटखटाया। दरवाजा ही नहीं खोलने तोड़कर देखा तो फांसी पर लटका मिला। परिजनों ने जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। कारण अभी अज्ञात है।