टीकम निषाद/देवभोग : बच्चों को उबड़ खबड़ एवं कीचड़ भरे रास्ते से निजात दिलाने के लिए राज्य सरकार करोड़ों रुपए खर्च कर वनांचल क्षेत्र के दूरस्थ गांव के मुख्य सड़क से स्कूलों को जोड़ने के लिए लोक निर्माण विभाग ठेकेदार के माध्यम से सीसी सड़क निर्माण कराया जा रहा है। लेकिन क्वालिटीदार मटेरियल का इस्तेमाल नहीं होने के चलते उक्त सड़क महज 2 से 4 महीने के बीच ही जर्जर होकर अपनी दुर्दशा झेल रहा है । जिसे देख ग्रामीण सरकार की लाखों रुपए को फिजूली खर्च साबित करने का दावा कर रहे हैं। क्योंकि बनाई गई सड़क और वर्तमान में निर्माण सड़क पर बिल्कुल भी गुणवत्ता का ख्याल नहीं रखा जा रहा है। तभी सीसी सड़क जर्जर और उखड़ रही है । ऐसे में जिम्मेदार अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़ा हो रहा है। क्योंकि इंजीनियर एसडीओ की देखरेख के बावजूद स्तर हीन कार्य को अंजाम दिया गया। खासकर सगड़ा मुख्य मार्ग से हाई स्कूल तक और बुरजाबाहल हाई स्कूल एवं सीना पाली मेन रोड से स्कूल तक सड़क बनाया है। इसी तरह गाड़ाघाट मुख्य सड़क से हाई स्कूल वर्तमान में सड़क निर्माण किया जा रहा है। जिसमें भारी मात्रा में अनियमितता बरती गई है । जिसका नतीजा आज सड़क निर्माण के कुछ दिन बाद जर्जर दर दर दरा हो रही है। सबसे ज्यादा बुरजाबहाल और सगड़ा की सड़क खस्ता हो चुकी है । जबकि यह सड़क महज 2 से 4 माह पहले ही बनाया है। जिसमे नियमों का पालन करना तो दूर की बात है। उच्च स्तरीय मटेरियल तक का इस्तेमाल नहीं हो पाया । जिसके चलते कुछ जगह पर सड़क दबने के साथ जर्जर अवस्था में पहुंच चुकी है। जिसकी परवाना अधिकारियों को है ।और ना ठेकेदार को दिखी मतलब आने वाले चंद महीना बाद सड़क की हालत बद से बदतर होने की पूरी संभावना जताई जा रही है । क्योंकि पानी की कमी से सड़क की दुर्दशा अभी से हो रही है ।
मामला 1 _ सगड़ा मुख्य मार्ग से लेकर हाईस्कूल तक 180 मीटर करीब 28 लाख की लागत से 2 माह पहले सड़क बनाई गई और गुणवत्ता है पूर्ण सड़क की राशि जारी कर ठेकेदार को आर्थिक लाभ पहुंचाने की भी तैयारी जोरों पर करने की बात कही जा रही है जबकि सड़क निर्माण के दौरान ग्रामीणों ने गुणवत्ता हिन कार्य को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए शिकायत दर्ज कराया रहा.
मामला 2_ इसी तरह गाड़ाघाट हाई स्कूल पर 15 लाख की राशि से विभागीय ठेकेदार द्वारा सड़क बनाया जा रहा है जिसमें प्रावधान की अनदेखी हो रही है नियम के मुताबिक सड़क निर्माण शुरू करने से पहले ड्रेसिंग ड्रेसिंग सफाई करनी पड़ती है उसके बाद खुदाई करते हुए लेबलिंग की जाती है इसके बाद ही साफ-सुथरी गिट्टी एवं क्वालिटी दास मोरनी डालकर पानी से तराई कर रोलर से दबाया जाता है लेकिन अफसोस की बात है कि इन प्रावधान का बिल्कुल भी पालन नहीं हो पा रहा है.
मामला 3_ सबसे ज्यादा लापरवाही बुर्जा बहाल के हाई स्कूल पर निर्माण सीसी सड़क पर बरती गई जबकि यह सड़क को लाखों रुपए खर्च कर चार माह पहले ही बनाया गया है लेकिन स्तर हीन कार्य संपादित करने के चलते सड़क की हालत धीरे-धीरे खराब हो रही है.