टीकम निषाद/देवभोग : पुलिया के लिए तरस रहे ग्रामीण और किसानों को अब कलेक्टर से उम्मीद जगी है। क्योंकि पुलिया निर्माण नहीं होने के चलते राहगीरों को गांव पहुंचने के साथ किसानों को पानी सप्लाई के लिए काफी परेशानी उठानी पड़ती है। जिससे अधिकारी और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों को भी अवगत कराया गया। लेकिन अब तक स्वीकृति के लिए कोई पहल नहीं हो पाया गौरतलब हो कि लाटा पारा के आश्रित ग्राम फुडेलपारा से होकर नयापारा से सुकली भाटा मार्ग और करा डोंगरी से सुकली भाटा के साथ सोनामुंदी एवं गिरसूल रोड से सोनामुंदी के बीच पुलिया के लिए लगातार मांग किया जा रहे हैं। क्योंकि इन मार्ग से आवागमन करने वाले आय दिन काफी परेशानी उठाना पड़ता है इसके अलावा पानी एकत्रित भी नहीं हो पाता। शायद यह वजह है कि किसान भी पुलिया निर्माण को लेकर लगातार मांग कर रहे हैं। जिसके लिए स्थानीय अधिकारियों के अलावा जनप्रतिनिधियों को भी अवगत कराया मगर अब तक सार्थक परिणाम देखने को नहीं मिला है। हालांकि मनरेगा के तहत कलेक्टर द्वारा स्वीकृत दिए जाने की उम्मीद जगी बकायदा इसके लिए ग्रामीण कलेक्टर से मुलाकात कर पूरी वस्तु स्थिति से अवगत करने की बात कह रहे हैं। ताकि जल्द से जल्द पुलिया निर्माण हो पाए क्योंकि पुलिया निर्माण नहीं होने पर फुंडेलपारा के लोगो को सुकलीभांटा पहुंचने से काफी दिक्कत उठाना पड़ता है। इसके साथ सोनामुदी मार्ग पर भी पुलिया नहीं होने के कारण किसानों को पानी एकत्रित करने में काफी परेशानी होती है मिट्टी के मेड बनाकर पानी रोकने को मजबूर दिखाई पड़ते हैं।
सोनामुंदी लाटापारा के ग्रामीण और किसानों को कलेक्टर से पुलिया स्वीकृति की उम्मीद
