- जानकारी मिलने पर उनके घर पहुंचे युवा संघर्ष मोर्चा जिलाध्यक्ष
मैनपुर : विकासखंड मुख्यालय मैनपुर से 40 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत जांगड़ा के आश्रित ग्राम कुर्रुभाठा के 6 वर्षीय मासूम दिव्यांग महेन्द्र नेताम पिता लाल सिंह नेताम जाति भुंजिया जो कि मासूम के दाहिने हाथ के उंगलियां काम नहीं करती है जिसके कारण से बच्चा मानसिक रूप से कमजोर हो गया है मासूम दिव्यांग अपने दैनिक दिनचर्या का कार्य करने भी सक्षम नही है जिसके भविष्य को लेकर माता-पिता बेहद चिंतित नजर आ रहे है। गरीबी के चलते अपने बेटा का इलाज करा पाने में पालक असमर्थ है और दर दर बच्चे के ईलाज के लिये गुहार लगा रहे है आसपास के ग्रामीण बच्चे की हालात को देखकर कभी कभार 20 -50 रूपयें दे देते है लेकिन वह भी बच्चे के ईलाज के लिये कम है बच्चे को शारीरिक व मानसिक समस्या को देखते हुए युवा संघर्ष मोर्चा गरियाबंद जिलाध्यक्ष युमेन्द्र कश्यप कुर्रुभाठा पहुंचकर मासूम महेन्द्र का दर्द जाना मासूम के पिता लालसिंह नें युमेन्द्र कश्यप को बताया कि उनके छोटे बेटे महेन्द्र जिनका दाहिने हाथ के हथेली व उंगलियां बचपन से काम नहीं करता इसके साथ ही बचपन से बोल नहीं भी नही पाता है। बच्चे के अभी उम्र महज 6 वर्ष है ऐसे में हम पूरा दिन बच्चे की देखरेख में लगा देते हैं युवा संघर्ष मोर्चा गरियाबंद के जिलाध्यक्ष युमेन्द्र कश्यप एवं मासूम के माता पिता ने शासन प्रशासन सहित जिला अस्पताल के चिकित्सकों से बेटे के इलाज के लिए गुहार लगाई है।