संदीप दीक्षित/बचेली। वन महोत्सव 1 जुलाई से शुरू हो गया है। यह भारत में वार्षिक एक सप्ताह का वृक्षारोपण उत्सव है जो जुलाई के पहले सप्ताह में मनाया जाता है। 1950 में, उस समय के केंद्रीय कृषि और खाद्य मंत्री केएम मुंशी ने इसकी शुरुआत की थी। इसकी शुरुआत वनों के संरक्षण और नए पेड़ लगाने के लिए लोगों के मन में जागरूकता पैदा करने के लिए की गई थी। इसके अलावा, प्रसिद्ध चिकित्सक और पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ बिधान चंद्र रॉय के जन्म और सम्मान को चिह्नित करने के लिए भारत में 1 जुलाई को राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस मनाया जाता है। पहला राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस वर्ष 1991 में मनाया गया था। इसी क्रम में आज पर्यावरण कार्यकर्ता नंदिनी दीक्षित और वन जल संरक्षण समिति के सदस्य इस अवसर पर कोरोना काल में डॉक्टरों द्वारा किए गए अथक कार्य को धन्यवाद दिया। इसी क्रम में आज पर्यावरण कार्यकर्ता नंदिनी दीक्षित और वन जल संरक्षण समिति के सदस्यों ने डॉक्टरों को कोरोना काल में पेड़ लगाकर अथक परिश्रम करने के लिए धन्यवाद दिया. डॉ. एस.एम. हक (सी.एम.ओ अपोलो अस्पताल) और उनके सहयोगियों डॉ. ख्वाजा मोइनुद्दीन और डॉ. रतीकेश कुमार ने भी पाडापुर के पास विकासशील वन आमोद अरण्य में पौधे लगाए। इसके बाद महामारी में सेवा के दौरान जान गंवाने वाले डॉक्टरों के लिए भी दो मिनट का मौन रखा गया। अमलेंदु चक्रवर्ती जितेंद्र चौधरी, नफीस कुरैशी, अशोक पाल नंदी, सुनील रामटेके, संदीप दीक्षित, सपना रामटेके, सीमा दीक्षित, प्रेमलता दुर्गम आदि मौजूद थे।
चिकित्सक दिवस के साथ वन महोत्सव का शुभारंभ, चिकित्सकों ने किया पौधरोपण
