रायपुर : राजधानी में सस्ते दाम पर सोना दिलाने का झांसा देकर 35 लाख ठगने वाले महिला गिरोह ने सिर्फ छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि ओडिशा राज्य में ठगी की घटना को अंजाम दिया है। गिरोह की मास्टर माइंड सुनीता साहू ओडिशा में पुलिस अफसर बनकर लोगों को अपने जाल में फंसाती थी और उनसे लाखों रुपए वसूल लेती थी। पैसे वसूलने के लिए उसने बकायदा फर्जी पुलिस जवान तैनात कर रखा था जो नकली वर्दी पहनकर लोगों के घर पहुंचता था। गिरोह का भंडाफोड़ होने के बाद ओडिशा के कुछ पीड़ितों ने मंगलवार को खमतराई पुलिस से संपर्क किया और ठगी का ब्योरा दिया है। इस गिरोह में कई और पुरुष और महिलाएं शामिल हैं पुलिस अब उनकी तलाश में जुट गई है। उनके पकड़े जाने पर कई मामलों का खुलासा होने की संभावना है।
क्या है मामला
गौरतलब है ओडिशा नयापारा निवासी सुनीता साहू, पी. अनुसुइया राव, पूर्णिमा साहू, प्रतिभा मिश्रा और गीता महानंद को सोमवार को खमतराई पुलिस ने गिरफ्तार किया था। गिरोह की मास्टर माइंड सुनीता ने शिवानंदनगर निवासी सरिता कुर्रे समेत अन्य से सस्ते दाम में जेवर बेचने का झांसा देकर 35 लाख रुपए की ठगी की थी। सभी आरोपी महिलाओं को कोर्ट में पेश करने के बाद सेंट्रल जेल भेज दिया गया।
आधा दर्जन जिलों की थी ठगी
पुलिस के मुताबिक गिरोह की मास्टर माइंड सुनीता साथी महिलाओं को पहले भी ठग चुकी है। जिन तीन महिलाओं से उसने ठगी की थी उन्हें अपने गिरोह में शामिल कर लिया। सुनीता ने न सिर्फ रायपुर और कवर्धा, बल्कि राजनांदगांव, महासमुंद, बलौदाबाजार और दुर्ग आदि जिलों में भी ठगी की है। इसका इनपुट मिलने के बाद अब पुलिस ने जांच का दायरा बढ़ा दिया है। यह गिरोह करीब 2018 यानी साढ़े तीन साल से अलग-अलग पैटर्न पर ठगी कर रहा है जिससे आशंका है कि करोड़ों की ठगी को गिरोह ने अंजाम दिया होगा।
ओडिशा के चार पीड़ितों से 20 लाख की ठगी
जानकारी के मुताबिक गिरोह की मास्टर माइंड सुनीता साहू ने ओडिशा के कई जिलों में लोगों से ठगी की है। मंगलवार को चार पीड़ितों ने खमतराई थाने पहुंचकर करीब 20 लाख रुपए ठगी का ब्योरा दिया। करीब दर्जनभर से अधिक पीड़ित एक-दो दिन में थाने पहुंचेंगे। संभावना है कि गिराेह ने ओडिशा में करीब 50 लाख रुपए से अधिक की ठगी को अंजाम दिया है। पीड़ितों ने किया संपर्क महिला गिरोह ने ओडिशा में भी कई लोगों से भी ठगी की है। कुछ पीड़ितों ने संपर्क किया है। उनकी डिटेल एकत्र की जा रही है।