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बम्हनीझोला व उदंती मे पेयजल के लिये मचा हाहाकार हैण्डपंप हुआ खराब

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  • झरिया का गंदा पानी पीने को मजबूर ग्रामीण वह भी घंटो मशक्कत बाद निकलता है पानी

पुलस्त शर्मा/मैनपुर : इस भीषण गर्मी में एक एक बूंद पानी कितना किमती है इसे गरियाबंद जिला के मैनपुर विकासखण्ड स्थित उदंती, बम्हनीझोला, करलाझर, नागेश, अमली, कोयबा के ग्रामीण ही जानते है जहां आजादी के 73 वर्षो बाद भी पेजयल की समस्या बनी हुई है इन ग्रामो के ग्रामीणों द्वारा हैण्डपंपो के सुधार की मांग साल दर साल ग्रामीण पीएचई विभाग से करते है लेकिन मांगो पर अभी तक कोई ठोस पहल संबंधित विभाग द्वारा नही किया गया है जिसके कारण इन गांवो के ग्रामीणों को झरिया का गंदा पानी पीना एकमात्र विकल्प शेष बच जाता है और यहां निवास करने वाले विशेष पिछड़ी कमार जनजाति के लोग इस भीषण गर्मी में बूंद बूंद पानी के लिए तरस रहे है। तहसील मुख्यलय मैनपुर से 30 किलोमीटर दूर उदंती बम्हनीझोला है और इन दोनो ग्रामों की जनसख्ंया 300 के आसपास है जहां शासन प्रशासन द्वारा दोनो गांवो मे केवल एक एक हैण्डपंप ही खनन किया गया है जो हर साल गर्मी के दिनों में अपना जवाब दे देता है और आलाम यह है कि इन दोनो ग्रामो के ग्रामीणों को सूख चूके नदी में झरिया खोदकर घंटो मशकक्त के बाद एक हण्डी पानी बमुश्किल नसीब हो पाता है तब कही जाकर प्यास बूझ पाती है ऐसा नहीं की इस समस्या से शासन प्रशासन वाकिफ न हो ? शासन प्रशासन सब कुछ जानते हुए आवश्यक सुधार का हवाला देकर यहां के ग्रामीणों के लिए बिगड़े हैण्डपंप में लेवल की परेशानी बताकर अबतक किसी भी तरह की पेयजल उपलब्ध कराने कोई प्रयास नहीं किया गया है। ग्राम में बिगड़े हैण्डपंप के अलावा और कोई अन्य उपयुक्त हैण्डपंप नहीं है गर्मी के दिनों में पीने के पानी के लिए भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है गांव में एक नदी गुजरी है लेकिन वह नदी मार्च में ही सूख जाती है सूखी नदी में झरिया खोदकर पानी निकाल रहे है लेकिन अब तेजी से जल स्तर नीचे चले जाने के कारण झरिया से भी पानी पर्याप्त मात्रा में नहीं निकल पा रहा है झरिया को ग्रामीण 8 से 10 फीट गहरे खोद डाले है जहां घंटो मशक्कत के बाद एक हण्डी पानी निकल पाती है पूरे गर्मी के दिनों में यहां के निवासियों को पानी के लिए सुबह से रात तक झरिया में इंतजार करना पड़ता है। बम्हनीझोला के ग्रामीण देवसिंह, पदुराम, चमारसिंह, भीखम ने बताया कि ग्राम बम्हनीझोला में हैण्डपंप खराब होने के बाद पानी की समस्या बनी हुई है बम्हनीझोला में 180 एवं उदंती में 120 की जनसंख्या पर एक एक हैण्डपंप खनन किया गया है जिसमें से थोड़ा बहुत पानी ही निकल पाता है और हैण्डपंप भी हांफने लगा है जिसके कारण ग्रामीण मजबूरन झरिया का पानी निकालने को मजबूर होते है। ग्रामीण बताते है कि वन विभाग व अन्य विभाग यहां कई कार्य आसानी से कर लेते है लेकिन जब बिगड़े हैण्डपंपों को बनाने व पानी उपलब्ध कराने की बात आती है तो विभाग द्वारा कोई ठोस पहल नही किया जाता है। ग्रामीणों ने बिगड़े हैण्डपंपो को सुधार कराने मांग जिला कलेक्टर व पीएचई विभाग से भी कर चुके है लेकिन बिगड़े हैण्डपंपो को सुधारा नही जा सका है।

क्या कहते है अधिकारी –
पीएचई विभाग के इंजीनियन गोपाल ध्रुव ने बताया कि बम्हनीझोला के हैण्डपंप मंे क्रेडा विभाग द्वारा सौर पैनल से चलने वाले मोटर पंप डाला गया था जिसके कारण सुधार नही हो पाया विभाग के कर्मचारियों द्वारा सुधार के लिये आवश्यक उपकरण मंगाया गया है जो आज ही सुधार किया जायेगा।

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