प्रांतीय वॉच

कैम्पा मद से नरवा घुरवा योजना में नाला बंधान में मजदूरों की जगह मशीन से निर्माण  

  • पुराने गढ्ढों में नये तालाब का निर्माण, शासकीय राशि हडपने की योजना 
किरीट ठक्कर/गरियाबंद/ छुरा। गरियाबंद पूर्व वनमंण्डल में नियम कानून को ताक में रखकर अतिरिक्त पैसा कमाने के फिराक में वन कर्मचारियों एवं अधिकारियों द्वारा क्षेत्र के आदिवासी समुदाय के गरीब मजदूरों को रोजगार देने के बजाये, मिट्टी कार्य मशीन के द्वारा कराया जा रहा है । ताकि समय से पहले निर्माण कार्य करा कर फर्जी मजदूरों का देयक भुगतान बनाकर भ्रष्टाचार को अंजाम देकर लाखो रुपयों का बंदरबांट किया जा सके । कार्य स्थल पर निर्माण कार्य से संबधित सूचना बोर्ड , नहीं लगा है , न कार्य का नाम है ,न ही किस मद से स्वीकृत हुआ है , न ही स्वीकृत राशि से संबधित सूचना फलक है । नाला बंधान के नाम पर हरे पेडों की बलि दिया गया है जिसको आनन फानन में सफाई किया गया है । पेंडो की अवैध कटाई भी वन कर्मचारी के निर्देशन मे हुआ है ।पान्डूका वन परिक्षेत्र वनो एंव वन्यजीवों के बचाव के लिए नहीं बल्कि वन अफसरों के एशोआराम के लिए है। इस वन परिक्षेत्र के बजट से अफसरों की जेब गर्म होती है। यहाँ भ्रष्टाचार चरमसीमा पर है ।यहाँ के बजट का आधा हिस्सा राजधानी के अफसरों नेताओं तक पहुंचने की चर्चा वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी स्वयं करते है। हकीकत आखिर क्या है यह तो पान्डूका वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी ही जाने।
तालेसर कक्ष क्रमांक 125 नाला बंधान स्थल में सिर्फ दो चार लोग ही नजर आये जो स्वयं को वन चौकीदार बता रहे थे । एक स्थानीय जेसीबी मशीन से काम चल रहा है । इस संबंध में वन रक्षक घनश्याम ध्रुव ने बताया कि डिप्टी रेंजर एवं रेंजर ने अभी तक नही बताया कि स्वीकृत राशि और कौन सा मद से स्वीकृत हुआ है ईस्टीमेट नक्शा सब अधिकारी के पास है। मशीन से काम कराने का अनुमति आदेश है कि नही मै कुछ नही जानता मुझे मशीन से काम कराने के लिए कहा गया है मै काम करवा रहा हूँ ।डिप्टीरेंजर गिरी ने बताया कि  रेंजर जयकांत गंडेचा साहब का जैसा आदेश मिला है वैसा काम कर रहै है। बजट ,स्वीकृत राशि अनुमति हमें नही मालूम इस संबध में रेंजर साहब से मुलाकात कर लिजिए ।
पान्डूका वन परिक्षेत्र अधिकारी जयकांत गंडेचा से उनके पक्ष जानने के लिए उनसे मोबाइल नंबर से संम्पर्क करने के लिए फोन करने पर अन्य काल पर व्यस्त थे बार बार फोन करने पर उन्होंने अपना मोबाईल बंद कर दिया । वाट्सअप में मैसेज के द्वारा पक्ष जानने के भेजे गये मैसेज को पढने के बाद भी जवाब नही दिया। कार्यस्थल पर चल रहे मशीन का फोटो भी रेंजर द्वारा देखने के बाद जवाब देना उचित नहीं समझा गया।
पान्डूका वन परिक्षेत्र के तालेसर , हरदी जंगलों मे तालाब , एवं नाला बंधान का काम वन विभाग के अधिकारी कर्मचारियों द्वारा किया जा रहा है इस निर्माण कार्य की जांच होने पर बडे पैमाने पर फर्जीवाड़ा से भ्रष्टाचार होने के तमाम सबुत परत दर परत खुलेगा ।
पूर्व से प्राकृतिक रुप से पोखर (गढ्ढा)की तरह बने हुये स्थलों में तालाब निर्माण किया गया है,कम  लागत मे बना कर  लाखों रुपए का आहरण करने की तैयारी की जा रही है।

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