रायपुर : भाजपा नेताओं के सोशल मीडिया पोस्ट से शुरू हुआ टूलकिट विवाद गरमा गया है। अपने दिल्ली ऑफिस पर छापे के बाद ट्विटर ने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह के टूलकिट ट्वीट को मैनिपुलेटेड मीडिया बता दिया है। यानी ऐसी सामग्री जिसे तोड़-मरोड़कर पोस्ट किया गया है। ट्विटर के इस कदम के बाद कांग्रेस भाजपा नेताओं पर हमलावर है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंगलवार सुबह अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर लिखा कि ट्विटर ने डॉक्टर रमन सिंह के कथित टूलकिट को भी मैनिपुलेटेड मीडिया बता दिया है। सांच को आंच नहीं! हजार बार झूठ बोलने से झूठ सच हो जाता है। ऐसी संघ दीक्षा अब काम न आएगी।
कांग्रेस पहले दिन से भाजपा नेताओं की ओर से साझा किए जा रहे कथित टूलकिट को फर्जी बताती रही है। NSUI के प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा की शिकायत पर रायपुर की सिविल लाइन पुलिस ने डॉक्टर रमन सिंह और भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा के खिलाफ FIR दर्ज कराई है। FIR में आरोप लगाया गया है कि समाज में घृणा फैलाने के इरादे से अफवाह फैलाने, फर्जी दस्तावेजों से किसी को नीचा दिखाने की कोशिश की गई है। वहीं, भाजपा इस FIR के खिलाफ आंदोलन कर रही है। सोमवार को डॉक्टर रमन सिंह सहित पूरी भाजपा ने रायपुर सिविल लाइन थाना के बाहर धरना भी दिया।
कल ट्विटर के दिल्ली और गुरुग्राम दफ्तर गई थी पुलिस
दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल टूलकिट विवाद की जांच को लेकर ट्विटर इंडिया के दिल्ली और गुड़गांव स्थित कार्यालय गई थी। बताया जा रहा है कि स्पेशल सेल ने ट्विटर से कुछ जानकारी मांगी है जो कंपनी ने देने से फिलहाल इनकार कर दिया है।
ऐसे खड़ा हुआ टूलकिट विवाद
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह सहित कई भाजपा नेताओं ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट से 18 मई को एक टूलकिट साझा किया था। इससे भड़के कांग्रेस नेताओं ने इसे फर्जी और पार्टी को बदनाम करने के लिए भाजपा की साजिश बताया।
इस पूरे विवाद में कब क्या हुआ
- 18 मई: भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने एक स्क्रीन शॉट शेयर किया। इसे उन्होंने कांग्रेस की टूलकिट बताया। उन्होंने कहा कि इसके जरिए कांग्रेस कोरोना मैनेजमेंट को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि को धूमिल करना चाहती है। कांग्रेस ने तुरंत इसका विरोध किया। कहा कि कथित टूलकिट फर्जी है।
- 20 मई: ट्विटर ने पात्रा के ट्वीट पर मैनिपुलेटेड मीडिया का टैग लगा दिया।
- 21 मई: भाजपा के विनय सहस्त्रबुद्धे, प्रीति गांधी, सुनील देवधर, चारु प्रज्ञा, कुलजीत सिंह चहल की पोस्ट को भी मैनिपुलेटेड मीडिया की-वर्ड से टैग कर दिया।
- 22 मई: केंद्र सरकार ने ट्विटर को हिदायत दी कि इस तरह की टैगिंग को हटाए। सरकार ने कहा कि टूलकिट मामले की जांच की जा रही है और इस तरह की टैगिंग से ट्विटर जांच से पहले अपना फैसला सुना रहा है।
- 24 मई: दिल्ली पुलिस ने ट्विटर इंडिया एमडी मनीष माहेश्वरी को नोटिस भेजा। उनसे टूलकिट मामले से जुड़े दस्तावेज लेकर स्पेशल सेल के दफ्तर में मौजूद रहने को कहा गया है। उन्हें 22 मई को भी पुलिस के सामने जाना था, पर माहेश्वरी ने यह कहकर पुलिस के दफ्तर जाने की इनकार कर दिया कि वो इस मामले में अथॉरिटी नहीं हैं।