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कोरोना बेलगाम, दिल्ली, लखनऊ से मुंबई तक अस्पतालों में बेड की मारामारी, घटता रिकवरी रेट भी बढ़ा रहा चिंता

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नई दिल्ली : देश में कोरोना वायरस का कहर हर दिन के साथ बढ़ता ही जा रहा है. बीते दिन भी भारत में 1.61 लाख के करीब नए केस दर्ज किए गए, जिसके बाद एक्टिव केसों की संख्या भी 12 लाख को पार कर गई है. दिल्ली हो या महाराष्ट्र या फिर उत्तर प्रदेश हर जगह कोरोना के केस बढ़ते जा रहे हैं और इसी के साथ पाबंदियां भी लग रही हैं. कई राज्य नाइट कर्फ्यू, वीकेंड लॉकडाउन में जा चुके हैं और कुछ जगह संपूर्ण लॉकडाउन लगने की आशंका है. देश के अलग-अलग इलाकों में अभी क्या स्थिति है, एक नज़र डाल लीजिए…

लखनऊ पर लटकी लॉकडाउन की तलवार
कोरोना के प्रकोप के बीच अब उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी संपूर्ण लॉकडाउन का खतरा मंडराने लगा है. लखनऊ में पिछले कुछ दिनों से कोरोना वायरस के मामलों में तेज़ी आई है, रोजाना आने वाले मामलों का आंकड़ा भी 4 हज़ार को पार कर गया है. यही वजह है कि हालात बिगड़ते जा रहे हैं.लखनऊ के कई अस्पतालों में बेड्स की कमी है, तो कहीं टेस्टिंग को लेकर दिक्कत है. इस बीच राज्य सरकार में मंत्री बृजेश पाठक की एक चिट्ठी आई, जिसमें उन्होंने डर जताया है कि अगर हालात नहीं सुधरे तो लखनऊ में संपूर्ण लॉकडाउन लगाना पड़ सकता है.बता दें कि यूपी में अब हर दिन आने वाले कोरोना मामलों का आंकड़ा 13 हज़ार को पार कर गया है, जो पिछली लहर से भी बड़ा आंकड़ा है. यूपी में पहले ही एक दर्जन के करीब जिलों में नाइट कर्फ्यू लागू किया गया है. सरकार ने निर्देश दिए हैं, जहां 500 से अधिक एक्टिव केस हो वहां नाइट कर्फ्यू लगाया जा सकता है.

दिल्ली में पाबंदियां बढ़ी, लेकिन लॉकडाउन नहीं
देश की राजधानी दिल्ली में भी लॉकडाउन का डर सता रहा था, लेकिन अभी राज्य सरकार ने इससे इनकार किया है. हालांकि, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ये भी कह दिया है कि अगर हालात बिल्कुल आपे से बाहर हो जाए और अस्पतालों में जगह ना बचे, तो लॉकडाउन का निर्णय लिया जा सकता है. अभी दिल्ली में नाइट कर्फ्यू लगाया गया है, साथ ही रेस्तरां-बार-सिनेमा हॉल में 50 फीसदी क्षमता की इजाजत है. बता दें कि दिल्ली में बीते दिन 11 हज़ार से अधिक मामले रिपोर्ट किए गए थे, जो अबतक का सबसे बड़ा आंकड़ा है. दिल्ली में एक्टिव केस की संख्या 38 हज़ार को पार कर चुकी है. जबकि कई अस्पतालों में बेड्स की कमी है, यही वजह है कि 14 प्राइवेट अस्पतालों को कोविड स्पेशल बनाया गया और अस्पतालों के साथ बैंकट हॉल जोड़े जा रहे हैं.

महाराष्ट्र में हालात खराब, कभी भी लग सकता है लॉकडाउन?
देश में इस वक्त जितने भी कोरोना के मामले रिपोर्ट किए जा रहे हैं, उनमें से सबसे अधिक केस महाराष्ट्र से ही आ रहे हैं. बीते दिन भी यहां 51 हज़ार से अधिक केस दर्ज किए गए थे. ऐसे में राज्य में संपूर्ण लॉकडाउन की तलवार लटकी है. बीते दिनों मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपनी कोविड टास्क फोर्स के साथ मीटिंग की थी, जिसमें राज्य में दो से तीन हफ्ते का संपूर्ण लॉकडाउन की बात सामने आई थी. राज्य के कई मंत्रियों ने बयान दिया है कि लॉकडाउन लगना तय है, लेकिन कितने दिनों का लगेगा और किस हिसाब से लगेगा इसपर निर्णय किया जा रहा है. महाराष्ट्र में अभी नाइट कर्फ्यू और वीकेंड लॉकडाउन लगाया जा रहा है.

उत्तराखंड में नाइट कर्फ्यू लागू, लेकिन वक्त बदला
कोरोना के महाप्रकोप के बीच कुंभ के आयोजन और वहां जुटी भीड़ को लेकर उत्तराखंड सरकार पर सवाल खड़े हो रहे हैं. लेकिन इस बीच यहां भी कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. राज्य सरकार ने प्रदेश में नाइट कर्फ्यू लगाया है. लेकिन इसका वक्त बदल दिया गया है.उत्तराखंड में नाइट कर्फ्यू को 10 बजे की बजाय 10.30 बजे से लगाया जाएगा. नवरात्रि, रमजान और अन्य आयोजनों के कारण ये फैसला लिया गया है. हालांकि, मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने लोगों से अपील की है कि वो कोरोना गाइडलाइन्स का पालन जरूर करें.

मध्य प्रदेश के भोपाल में लगाया गया लॉकडाउन
मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस का संकट हर जिले में बढ़ता जा रहा है. बीते 24 घंटे में प्रदेश में साढ़े 6 हजार के करीब मामले दर्ज किए गए थे, जबकि 37 लोगों की मौत हो गई थी. ऐसे में बढ़ते प्रकोप के कारण भोपाल में भी लॉकडाउन लगा दिया गया है, जो 19 अप्रैल तक जारी रहेगा. मध्य प्रदेश में पहले ही नाइट कर्फ्यू लागू, वीकेंड लॉकडाउन लागू है. इसके अलावा छिंदवाड़ा, ग्वालियर जैसे जिलों में पूर्ण लॉकडाउन लगा हुआ है.

कई राज्यों में बेड्स के लिए मारामारी
देश में अचानक कोरोना के मामले बढ़ जाने की वजह से बेड्स के लिए हाहाकार मचा है. दिल्ली के एक दर्जन से अधिक प्राइवेट अस्पतालों में एक भी बेड नहीं बचा है, जिसके बाद राज्य सरकार को अन्य 14 प्राइवेट अस्पतालों को पूर्ण रूप से कोविड स्पेशल घोषित करना पड़ा. वहीं, लखनऊ में भी बेड्स को लेकर मारामारी है, खुद मंत्री का कहना है कि उन्होंने इतनी तेज़ी से कोरोना के मामले बढ़ने की तैयारी नहीं की थी.

गुजरात के अहमदाबाद में सबसे बड़े कोविड अस्पताल का हाल बेहाल है, यहां अंदर 1200 बेड्स फुल हैं इस वजह से कोरोना के मरीजों को बाहर एम्बुलेंस में रोका गया है. बाहर ही मरीजों को ऑक्सीजन दी जा रही है. महाराष्ट्र के कई जिलों में पहले ही बेड्स की कमी थी, अब तस्वीरें ऐसी भी आ रही हैं जहां मरीजों का इलाज जमीन पर लिटा कर किया जा रहा है.

देश में घट गया कोरोना का रिकवरी रेट
कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच एक चिंता करने वाली बात ये भी है कि अब रिकवरी रेट कम हो गया है. पहले जो रिकवरी रेट 98 फीसदी तक पहुंच गया था, अब यह गिरकर 89.51 फीसदी पर पहुंच गया है. पिछले साल अक्टूबर के बाद ये पहली बार हुआ है, जब देश में रिकवरी रेट 90 फीसदी के नीचे गिर गया है. रिकवरी रेट गिरने के कारण एक्टिव केसों में बढ़ोतरी हो रही है.

देश में कोरोना का हाल
• देश में कुल कोरोना केस की संख्या: 1,36,89,453
• अब तक कुल ठीक हुए मरीज: 1,22,53,697
• देश में एक्टिव केस की संख्या: 12,64,698
• अबतक हुई कुल मौतें: 1,71,058
• अबतक वैक्सीन की कुल डोज़ लगीं 10,85,33,085

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