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कोहरौद का गौठान बना आकर्षण का केन्द्र, गोधन न्याय योजना से समूह की महिलाएं हो रही है आत्म निर्भर 

कमलेश रजक / मुंडा। यह किसी उद्यान या निजी गार्डन का दृश्य नहीं है, बल्कि छ.ग. शासन की महत्वकांक्षी सुराजी योजना के अन्तर्गत चलाये जा रहे नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी छ.ग. के चार चिन्हारी योजना सफलता का एक नमुना है। इस योजना से ग्रामीणों को सुख सुविधा स्व सहायता समूह के सदस्यों के लिए सिर्फ आय का जरिया न बनकर एक सुकून के पल गुजारने के लिये एक अच्छा सा माहौल तैयार किया जा रहा है। सुबह-शांम या तपती धूप में इस नजारा  को देखने से एक अलग प्रकार अनुभूति मिलती है। जनपद पंचायत बलौदाबाजार से 15 किमी दूर स्थित ग्राम पंचायत कोहरौद में छग शासन द्वारा चलाये जा रहे सर्वोच्च प्राथमिकता वाले सुराजी योजना के अंतर्गत गौठान निर्माण कार्य प्रगति पर है। यहा पशुओं के लिए चारा, छांया, पानी, गोधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीदी, टैंक निर्माण, शेड निर्माण के साथ-साथ सभी सुविधा का कार्य प्रगति पर है। यह पंचायत आदर्श गौठान की ओर अग्रसर है। ग्राम पंचायत कोहरौद के पंचायत सचिव हरिकिशन वर्मा ने बताया कि छ.ग. शासन के महत्वपूर्ण सुराजी योजना, छ.ग. के चार चिन्हारी नरवा, गरवा, घुरवा बारी को सर्वोच्च प्राथमिकता क्रम में पूर्ण करने हेतु जिला पंचायत बलौदाबाजार के प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी हरिशंकर चैहान के आदेशानुसार एवं जनपद सीईओ अनिल कुमार के निर्देशानुसार पंचायत प्रतिनिधियों के सहयोग से सभी निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। पशुओं के लिए चबुतरा निर्माण, कोटना, टैंक, गोबर खरीदी के लिये वर्मी शेड एसएचजी शेड, सेमीगो सन निर्माण कार्य पूर्णता की ओर है। इसके साथ-साथ डेढ़ एकड़ में चारागाह एवं सब्जी बाड़ी लगाया गया है, जो कि तपते धूप में सुरज मुखी एवं भुट्ठा का फसल लोगों को बर्बस अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। राहगीर भी उक्त नजारे का आनंद लेने कुछ पल गुजार लेते है।
सचिव ने आगे बताया कि ग्राम पंचायत में गठित गौठान समिति अध्यक्ष चैतराम साहू की सक्रियता से अब तक कुल पंजीकृत 30 पशु पालको जिसमें सक्रिय गोबर विक्रेताओं से अब तक 491.96 क्वींटल गोबर खरीदा गया। जिसे ग्राम में गठित सहोद्रा स्व सहायता समूह एवं एकता स्व सहायता समूह के सदस्यों के द्वारा 491.96 क्वींटल खाद तैयार किया गया। इस प्रकार इस महती योजना से स्व सहायता समूह के सदस्यों के लिये आय का साधन बन गया है, और समूह अब आत्म निर्भर हो रहे है। गौठान समिति के अध्यक्ष, सचिव एवं सदस्यों द्वाा गोबर को 2 रूपये प्रति किलों की दर से खरीदकर समूह को सौंप दिया जाता है। समूह द्वारा खाद तैयार कर प्रति किलो 10 रूपये की दर से बिक्री कर आय अर्जित कर रहे है। इसी प्रकार आय को अधिक बढ़ाने एवं समूहो को आत्म निर्भर बनाने के लिए भविष्य में अधिक से अधिक क्षेत्रफल में सब्जी, बाड़ी, मशरूम उत्पादन एवं अन्य गतिविधि तैयार की जावेगी। शासन के योजना को सफल किया चयन करने में सरपंच प्रतिनिधि संतोष फेकर, सचिव हरिकिशन वर्मा, उप सरपंच सत्यनारायण, पंच रतिराम वर्मा, ईश्वर पटेल, सहित सभी पंचायत प्रतिनिधियों का सहयोग मिल रहा है।

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