प्रांतीय वॉच

नाहर कार्य बंद करा कर विभाग घेराव की चेतावनी

टीकम निषाद / देवभोग : सिंचाई विभाग के ठेकेदार को आर्थिक फायदा पहुंचाने के अलावा नहर कार्यों की खानापूर्ति प्रगति ऊपरी अधिकारियों को दिखाने के लिए जिम्मेदार किसानों के खेतो  को बलि चढ़ा रहे हैं। बिना किसानों के सहमति एवं भू वर्जन प्रकरण तैयार किए नहर कार्य पिछले कई महीनों से कराया जा रहा है। जिससे आक्रोश किसानों ने  आज मौके पर पहुंचकर  नहर काम बंद करा दिया। क्योंकि ठेकेदार द्वारा  मनमानी नहर निर्माण कराने से पिछले वर्ष कई किसानों की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई। उल्लेखनीय हो कि भेजीपदर डायवर्सन निर्माण धारनीधोड़ा से होकर ढोरा जलाशय तक नहर कार्य करोड़ों की लागत से बनाया जा रहा है। जहां सर्वे के विपरीत नहर कार्य कराने के साथ किसानों की परेशानी को भी अनदेखा किया जा रहा है। जिससे नाराज धारनिधोड़ा के करीब 30 किसान कार्य स्थल पर पहुंचकर काम को बंद करा दिया क्योंकि नहर कार्य कराने से पहले उक्त जमीन के किसानों से सहमति लिया जाता है। उसके बाद कागजी प्रक्रिया पूर्ण कर भू वर्जन  तैयार करते हुए किसानों को मुआवजा दिलाया जाता है। तत्पश्चात नहर कार्य कराए जाने का प्रावधान है। लेकिन सिंचाई विभाग के जिम्मेदार अधिकारी ठेकेदार को आर्थिक लाभ पहुंचाने के लिए बिना कागजी प्रक्रिया पूर्ण किए नहर खोदने  की छूट दिया है ।और और इस संरक्षण  का फायदा उठाते हुए ठेकेदार नहर की मिट्टी को  आजू-बाजू डाल कर किसानों की फसल को बली चढ़ा रहे हैं शायद यही वजह है कि पिछले वर्ष कईयों किसानों की फसल नष्ट हो गई । सूबोल के 2 एकड़ भूमि की फसल खराब हुई तो वही पुस्तम की  सवा एकड़   सदन की 1 एकड़ और अर्जुन की डेढ़ एकड़ सहित कईयों किसानों की बीते वर्ष फसल पूरी तरह नष्ट हो गई। जिसका  मुआवजा तो दूर की बात है। अधिकारियों ने प्रकरण तक दर्ज नहीं कराया। जबकि पूरी स्थिति से जिलाधीश एवं पुलिस अधीक्षक को लिखित में अवगत कराते हुए ठेकेदार के विरुद्ध दंडात्मक कार्यवाही की मांग किया रहा। मगर 3 माह से अधिक समय बीतने के बाद भी लिखित शिकायत पर अब तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं हो पाया ।और मजबूरी के चलते किसानों ने काम बंद कराने की बात कही। फिर भी सिंचाई विभाग के अफसर गंभीर नजर नहीं आ रहे हैं। जिससे नाराज किसान अब सीधा विभाग  घेराव करने की तैयारी कर रहे हैं ।क्योंकि अधिकारी  से आश्वासन के अलावा अब तक कुछ हासिल नहीं हो पाया ।
डीके पाठक इंजीनियर  सिंचाई विभाग -: किसानों की भू  वर्जन प्रकरण तैयार हो चुका है आगे की प्रक्रिया भी चल रही है
इस संबंध में सिंचाई विभाग के एसडीओ आरके सिंघई का पक्ष जानना चाहा मगर उनके द्वारा फोन रिसीव नहीं किया गया l

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