समैया पागे/ बीजापुर : महार समाज की संभाग स्तरीय बैठक प्रोफेसर नारायण झाड़ी के अध्यक्षता में अंबेडकर भवन में 20 मार्च 2021 को हुई बैठक के मुख्य अतिथि सेवानिवृत्त डिप्टी कलेक्टर त्रिपति झाड़ी ने जाति के मसलें पर गंभीरता से प्रकाश डालते हुए कहा महार जाति में हुई मात्रा त्रृटि को लेकर विगत कई वर्षों से जूझ रहा महार समाज का एक विशाल शिक्षित समुदाय अब ठगा-सा महसूस करने लगा। लंबे समय से राज्य सरकार से लेकर केन्द्र सरकार तक जाति समस्या का निराकरण को लेकर कई दफे मंत्रियों तक गुहार लगाया गया लेकिन आश्वासन के सिवाय आज पर्यांत तक हाथ कुछ न लगा। इस संदर्भ में हुई बैठक के विशिष्ट अतिथि वीरनारायण दुधी ने अपने संबोधन में कहा शिक्षित और जागरूक लोग आपसी मन-मुटाव और गिला-शिकवें भूलाकर पूर्णता एकजुट होकर धरना-प्रदर्शन रैली निकालकर अपने जायज़ मुद्दे पर कठोर संघर्ष करना पड़ेगा। अन्यथा जाति समस्या चुनाव के दौरान राजनीतिक सिपहसलारों के लिए महज चुनावी मुद्दा होगा। सामाज एक जुट नहीं हुआ तो आने वाली पीढ़ी जब जब जाति प्रमाण पत्र का सामना करेंगा तब तब महार समुदाय के शिक्षित लोग प्रदेश स्तर तक उच्च पदों में पदस्थ होने के बावजूद भी जाति त्रृटि पर किसी प्रकार का समाधान नहीं निकलना शिक्षित बेरोजगार युवाओं के लिए भविष्य में अभिशाप से कोई कम नहीं होगा। इस कड़ी में मंच से सामाज प्रमुखों को संबोधन करते हुए नारायण झाड़ी ने कहा एक अच्छा संगठन किसी निष्क्रिय उपक्रम को जीवन प्रदान कर सकता हैं। मगर एक कमजोर संगठन अच्छे उत्पाद को मिट्टी में मिला सकता हैं जबकि एक अच्छा संगठन जिसके पास कमजोर उत्पाद हैं अपने से अच्छे उत्पाद को बाजार में निकाल सकता हैं। इस तरह उन्होंने सामाज को सकारात्मक समझाइश देते हुए एकजुट होने पर जोर दिया। बैठक में बड़े संख्या में जगदलपुर तथा तीनो जिले के ग्रामीण अंचलों से पहुंचे जाति नायक व सामाज के सैकड़ों प्रमुखों तथा मंचासीन सभी वक्ताओं ने बारी बारी से दिए संबोधन में कहा महार समुदाय में पढ़े लिखे सबसे अधिक नवयुवक जाति प्रमाण पत्र नहीं बनने से नौकरी एवं शासन की योजनाओं से लाभ लेने से वंचित हो रहे हैं। जाति संदर्भ में शासन से सकारात्मक निर्णय आते तक कई पढ़ें लिखे बेरोजगार युवाओं का एक बड़ा समूह बढ़ती उम्र के मद्देनजर में नौकरी से वंचित हो जायेंगे। जो मां बाप दिन भर तपती धूप में खून पसीने में बहकर कड़ी मेहनत कर स्कूल फीस जमा करता है ताकि बेटा पढ़-लिख कर बुढ़ापे में मां बाप का सहारा बने और समाज में सम्मान से जी सके लेकिन जाति ने मां बाप बेटे के सपनों में ग्रहण लगा दिया। आज इस समुदाय में हर तबके का परिवार इस त्रृृृटि का दंश झेल रहा है। जाति सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर बैठक में वैचारिक मंथन किया गया। बैठक में समाज के मौजूद लोगों ने सामाज के उत्थान में आगे बढ़ाने पर विचार विमर्श करते हुए सामाज को एक मंच पर एक जुट करने एवं जाति समस्या हेतु संघर्ष समिति गठन पर विचार तथा समाज से भटके हुए लोगों पर नियंत्रण करने संभागीय स्तरीय निगरानी एवं नियंत्रण समिति का गठन किया गया। जिसमें संयोजक त्रिपति झाड़ी जगदलपुर , सदस्य नागेश्वर झाड़ी दंतेवाड़ा बीजापुर महाविद्यालय के प्रोफेसर नारायण झाड़ी जगदलपुर , हेमंत दुुुुर्गम बीजापुर , तोगर थानेश्वर भैरमगढ़ , चमंत्री मोरला इलमीडी , महेश रायपुर भोपालपटनम ,गांधरल मल्लाराम बीजापुर दुर्गम सुब्बैया बीजापुर तथा समाज नागेश्वर झाड़ी , मोरला दु्र्गा , आर डी झाड़ी , कमल झाड़ी , अजय दुर्गम , मधुसूदन मोरला , जितेंद्र कावरे , कैलाश रामटेके , सम्मैया पागे , बसंत मामडीकर , प्रकाश कावरे , नारायण झाड़ी शंकर झाड़ी, सुब्बाइया दुर्गम सहित समाज के बड़े संख्या में लोग मौजूद थे।
महार सामाज का संभाग स्तरीय बैठक हुआ संपन्न
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