कमलेश रजक/ मुंडा : 26 फरवरी को पलारी विकासखंड के अंतर्गत ग्राम कोदवा में एक समुदाय के 20 बालक एवं बालिकाएं शासन के सर्वे में भिक्षावृत्ति में चिन्हांकन पाए गये। बालक कल्याण समिति की संज्ञान में आने पर स्वयं समिति जो किशोर न्याय अधिनियम 2015 के तहत् प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट की शक्ति प्राप्त पीठ है। इस पीठ की अध्यक्ष श्रीमती संध्या बाजपेयी ने तत्परता से उक्त ग्राम के 20 बच्चों की उपस्थिति में आंगनबाडी कार्यकर्ताओं श्रीमती लता टण्डन, श्रीमती उमेश्वरी वर्मा,श्रीमती अल्का सोनकेवरे और बच्चों के परिजनों के सहयोग से समिति के समक्ष बच्चों को उपस्थित कराया गया जिसमें से अधिकतर बच्चे अनुपस्थित मिले।आंगनबाडी केन्द्रों मे परिजनों के द्वारा नही भेजने पर समिति द्वारा विद्यालय भेजने हेतु परिजनों को निर्देशित किया गया साथ ही अन्य बच्चों को कौशल उन्नयन,प्रशिक्षण लेने छात्रावास शहर में पढ़ाई करने हेतु परिजनों को दिशा-निर्देश दी गई। साथ ही इस दौरान बकई परिवार के पास राशन कार्ड नही होने पर समिति को अवगत् कराया गया। समिति की बैठक में सदस्य श्रीमती अपर्णा सराफ, चाईल्ड लाईन के केन्द्र समन्वयक श्रीमती रेखा शर्मा, जिला बाल संरक्षण इकाई के संरक्षण अधिकारी विजय दीवाकर, परामर्शदाता संतोष कोसले, कम्प्यूटर आपरेटर नकुल कन्नौजे की सहयोग से समिति की बैठक में बच्चों के बालहित में निर्णय कार्यवाही की गयी साथ ही वहाॅ उपस्थित ग्रामीण जनों को किशोर न्याय अधिनियम व 1098 चाईल्ड हेल्प लाईन की जानकारी प्रदान की गयी।
बालक कल्याण समिति ने कोदवा में लगाई चैपाल
