टीकम निषाद/ देवभोग। मैनपुर ब्लॉक के अंतर्गत पंचायतों की भ्रष्टाचार इन दिनों चरम सीमा लांग रहा है ।काम किए बिना हजारों लाखों रुपए निकाल कर आपस में बंदरबांट करते दिख रहे हैं। ऐसे ही ग्राम पंचायत ढाेरा् में देखने को मिला है। जहां सड़क मरम्मत नाली निर्माण गली मरम्मत सहित अन्य कार्यों के नाम पर राशि निकाला गया। मगर उसका आधा कार्य भी नहीं हो पाया जानकारी अनुसार ग्राम पंचायत दुर्गा के सरपंच सचिव वर्ष 2019 – 20 नाली निर्माण 2 लाख सड़क मरम्मत 85 हजार पुलिया निर्माण 1 लाख 75 हजार शासकीय भवन रंग रोगन 35 हजार गली मरम्मत 95 हजार के अलावा चबूतरा निर्माण के लिए 1लाख 55 हजार और हैंड पंप प्लेटफार्म के नाम पर 1लाख 37 हजार रुपए निकाला गया। और बकायदा निर्माण कार्य को कागज पर पूर्ण भी बताया है। लेकिन हकीकत में कई काम अभी तक नहीं हो पाया है ।ग्रामीणों को जानकारी तक नहीं है कि कहां और किस सड़क पर मरम्मत कराया गया इसके साथ गली मरम्मत से भी इनकार किया। और शासकीय भवन में रंग रोगन से अनभिज्ञ बताया। मतलब सरपंच सचिव कागज में नाली मरम्मत रंग रोगन बताकर सरकार के लाखों रुपए कब बंदरबांट कर लिया ।जिसकी भनक ग्रामीणों को तो दूर पंचाे को तक नहीं हो पाई ।ऐसे में पंचायत के जिम्मेदार सरपंच सचिव पर शासकीय राशि गबन करने का आरोप भी लग रहा है। तभी आज पंचायत में साफ सफाई के अलावा जरूरी कार्य नहीं हुआ है। महीनों से सुखाराम पिता सकालु सड़क किनारे नाली निर्माण कराने की मांग करते थक हार आखिरकार सुखाराम के परिजनों ने ईट सीमेंट जुगाड़ कर स्वयं मजदूरी करते हुए। नाली बना लिया क्योंकि सचिव को बाराे – बार अवगत कराने के बाद भी आवंटन का टाेटा बताकर लगातार टालते रहे। जिसके चलते मोहल्ले का गंदा पानी घर के बाहर एकत्रित होता रहा । और मलेरिया बुखार अन्य बीमारी का सामना करना मजबूरी बन गया। बावजूद इसके सरपंच सचिव नाली निर्माण के लिए गंभीर नहीं दिखे कागज पर कार्य बता कर राशि निकालना लाखों के घोटाले की ओर इशारा करता है। जिसकी जांच की मांग की ग्रामीणों द्वारा किया जा रहा है।
नरसिंह ध्रुव सीईओ मैनपुर -: अभी तक मामले की शिकायत नहीं हुई है अगर हमारे पास आया तो जांच टीम गठित कर कार्यवाही किया जाएगा
इस संबंध ग्राम पंचायत सचिव गौरीशंकर यादव के पक्ष जानने के लिए फोन एवं मैसेज भी किया गया लेकिन उनके द्वारा किसी प्रकार रिप्लाई नहीं किया l