- मैदानी अधिकारियों को लाइन लाॅस कम करने एवं पूरी सजगता से कार्य करने के दिये सख्त निर्देष
तापस सन्याल/दुर्ग : छत्तीसगढ़ स्टेट पाॅवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड दुर्ग क्षेत्र के कार्यपालक निदेशक श्री संजय पटेल ने अर्जुन्दा में एकीकृत ऊर्जा विकास योजना (आईपीडीएस) के तहत किये जा रहे विद्युत विस्तार के कार्यो का जायजा लिया। उन्हांेने इन योजनाओं के अन्तर्गत प्रस्तावित कार्यों को निर्धारित समयावधि पर पूर्ण करने का निर्देष दिया। श्री पटेल ने मैदानी अधिकारियों को वितरण हानि को कम करने एवं पूरी सजगता से कार्य करने की सलाह दी गई। इस दौरान उन्हांेने इस योजना के अन्तर्गत लाइन विस्तार के कार्य को करने वाली एजेन्सियों द्वारा स्थापित किये जा रहे विद्युत उपकरणों एवं लाइन केबलों का गहनता से निरीक्षण करते हुए निर्धारित समयावधि में कार्य को पूर्ण करने एवं गुणवत्ता बनाये रखने के दिषा-निर्देष दिए। उन्होंने योजना के तहत इम्पोर्ट एवं एक्सपोर्ट पांइट, रिंग फैन्सिग डायग्राम, डीटी टैगिंग, कन्ज्यूमर टैगिंग, डीटी कोड जनरेषन, फीडरों एवं वितरण ट्रांसफार्मरों के मीटरों की जानकारी एवं फीडरवार वितरण हानि पर विस्तृत जानकारी लेकर दिये गये लक्ष्य को षीघ्र हासिल करने के निर्देष दिए। उन्होंने कहा कि सैप प्रणाली में 11 के.व्ही फीडरों पर वितरण ट्रांसफार्मरों की टैंिगंग सहीं हो, फीडर वार वितरण हानि की नियमित समीक्षा कर इसे कम करने के प्रयास निरतंर करें। श्री पटेल ने घर के अंदर लगे हुए मीटरों को बाहर लगाने एवं असामान्य ऊंचाई पर लगे मीटरों को आई लेवल पर षिफ्ट करने के निर्देष दिए। उन्होेंने उपभोक्ताओं का मोबाइल नं दर्ज करने एवं उनकी सलाह और षिकायतों को दर्ज कर प्राथमिकता से निराकृत करने के निर्देष दिए। श्री पटेल ने उपभोक्ताओं को हाफ बिजली बिल योजना का लाभ लेने के लिए बकाया भुगतान करने हेतु प्रोत्साहित करने की बात कही। कार्यपालक निदेषक श्री संजय पटेल ने कहा कि टीएण्डडी लाॅस को कम करना ही हमारा मुख्य उद्देष्य है, इस दिषा में लक्ष्य प्राप्ति के लिए प्रभावी कदम उठाये जाए।इस दौरे में उनके साथ अधीक्षण अभियंता श्री ए.के.गौराहा, कार्यपालन अभियंता श्री ए.डी.टंडन, सहायक अभियंता एवं अन्य मैदानी कर्मचारी उपस्थित हुए। कार्यपालक निदेषक श्री पटेल ने उपस्थित अधिकारियों से कहा कि इस योजना के तहत स्थापित किये जा रहे विद्युत उपकरणों एवं लाइनों की गुणावत्ता कंपनी द्वारा तय किये गये मापदण्ड के अनुसार होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इन कार्यों का सतत् मूल्याकंन कर नियत समयावधि में पूर्ण कराने हेतु संबधितों को निर्देष जारी किये जाएंॅ।