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कोविड-19 टीकाकरण 16 जनवरी से जिले के तीन केन्द्रों में होगा शुरू

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  • सुबह 09 बजे से शाम 05 बजे तक प्रत्येक केन्द्र में 100 हितग्राहियों का टीकाकरण किया जाएगा

सन्नी खान/ बालोद : कलेक्टर जनमेजय महोबे के मार्गदर्शन में 16 जनवरी 2021 से जिले में कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम शुरू किया जाएगा। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. एस.के.सोनी ने बताया कि जिले में तीन केन्द्रों को कोविड-19 टीकाकरण हेतु तैयार किया गया है। जिला अस्पताल बालोद, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र देवरी और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अर्जुन्दा में सुबह नौ बजे से शाम पॉच बजे तक प्रत्येक केन्द्र में 100 हितग्राहियों को टीकाकृत किया जाएगा। प्रथम चरण में 6,953 कोविन पोर्टल में पूर्व पंजीकृत स्वास्थ्यसेवा प्रदाता (शासकीय निजी), मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को टीकाकृत किया जाएगा। जिला टीकाकरण अधिकारी ने बताया कि जिला वैक्सीन स्टोर रूम कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी में कोविड टीकाकरण कंट्रोल रूम बनाया गया है- जिसका नम्बर – 7223079609 है। प्रत्येक कोविड टीकाकरण टीम में कुल पॉच सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। प्रत्येक टीम में 02 टीकाकर्मी, 01 सुरक्षाकर्मी, 01 सत्यापनकर्ता एवं मोबिलाईजर, एक निगरानीकर्ता रहेंगें। कोविन पोर्टल में पंजीकृत निजी एवं शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं के स्वास्थ्यकर्मी, मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बालोद विकासखण्ड के 1278, डौण्डी विकासखण्ड के 1574, डौण्डीलोहारा विकासखण्ड के 1668, गुण्डरदेही विकासखण्ड के 1332 और गुरूर विकासखण्ड के 1101 है। उन्होंने बताया कि टीकाकरण के बाद हितग्राही को आधा घण्टे निगरानी में रखा जाएगा और 28 दिन के बाद दूसरा डोज लगाने का संदेश दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि कोरोना वैक्सीन खुले मार्केट एवं निजी अस्पतालों में उपलब्ध नही है। साथ ही हितग्राहियों को आधार कार्ड लेकर आना होगा। ऐसे हितग्राहियों को जिन्हे पहले डोज में एलर्जिक लक्षण आया हो, गर्भवती और शिशुवती माता, अस्पताल में भर्ती मरीज तथा कोरोना पॉजिटीव मरीज जो 17 दिवस क्वारेनटाइन अवधि में है उन्हंे कोविड-19 टीका नही लगाया जाएगा। सभी टीकाकरण केन्द्रों में किसी भी आपातकालीन परिस्थिति हेतु चिकित्सक एवं स्टॉफ नर्स की ड्युटी लगाई गई है। जिला टीकाकरण अधिकारी ने बताया कि जिले में कोविशील्ड वैक्सीन की 3840 डोज (सीरम इंस्टीट्यूट पूणे द्वारा निर्मित) को जिला वैक्सीन सेन्टर में रखा गया है। वैक्सीन को 02 से 08 डिग्री सेल्सियस तापमान में रखा गया है, वैक्सीन पूर्ण प्रमाणित एवं सुरक्षित है।

कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी ने जिले में एवियन इनफ्लूएंजा संक्रमण के रोकथाम हेतु जारी दिशानिर्देशों का पालन सुनिश्चित करने दिए निर्देश
कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी जनमेजय महोबे ने पुलिस अधीक्षक, वनमण्डलाधिकारी, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, समस्त अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व), मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, समस्त तहसीलदार, लोक निर्माण विभाग, उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएॅ, जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों और नगरीय निकायों के मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को पत्र जारी कर जिले में एवियन इनफ्लूएंजा बर्ड फ्लू के संक्रमण के रोकथाम हेतु पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय द्वारा जारी दिशानिर्देशों के अनुसार विभागीय समन्वय स्थापित कर आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जिले में बर्ड फ्लू से संबंधित एवं आमजनों की समस्याओं का समाधान तथा आवश्यक जानकारी प्रदान करने हेतु जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष की स्थापना की जाए। पशुधन विकास विभाग द्वारा उक्त कार्य योजना के अनुसार आवश्यक संख्या में रैपिड रिस्पॉस दलों का गठन किया जाएगा, जो कि आवश्यक कार्यवाही जैसे कलिंग, पक्षियों के निपटान, पर्यवेक्षण एवं संक्रमित क्षेत्र में कीटाणुशोधन की कार्यवाही के लिए जिम्मेदार होंगे। इन दलों हेतु पीपीई किट एवं सैनिटाईजेशन हेतु आवश्यक सामग्रियों की पर्याप्तता सुनिश्चित किया जाए। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी ने कहा कि संक्रमण पाए गए क्षेत्र के एक किलोमीटर की परिधि को संक्रमित क्षेत्र एवं दस किलोमीटर के क्षेत्र को सर्विलेंस जोन घोषित कर एस.ओ.पी. के अनुसार कार्यवाही सुनिश्चित किया जाए। संक्रमित क्षेत्र एवं सर्विलेंस क्षेत्र की मैपिंग कर स्थानीय भाषा में साईन बोर्ड लगाया जाए। संक्रमित क्षेत्र में कुक्कुट पक्षियों की कलिंग एवं डिस्पोजल की कार्यवाही राजस्व विभाग, पुलिस विभाग एवं नगरीय प्रशासन विभाग, पंचायत विभाग प्रतिनिधियों के समक्ष शासन की गाईडलाईन के अनुसार पूर्ण किया जाना सुनिश्चित किया जाए तथा सर्विलेंस क्षेत्र में निगरानी एसओपी के अनुसार सुनिश्चित करें। मारे गए पक्षियों एवं फॉर्म के अपशिष्टों का जैव सुरक्षा नियमों के अनुसार प्रबंधन किया जाए। उक्त पोल्ट्री फॅार्म में कार्यरत कर्मचारियों को दस दिवस हेतु क्वारंटाईन किया जाए तथा स्वास्थ्य विभाग से समन्वय स्थापित कर लक्षण युक्त कर्मचारियों का एस.ओ.पी. के अनुसार सैंपल लेकर टेस्टिंग हेतु भेजा जाए तथा एन्टीवायरल प्रोफाईलेक्सिस दिया जाए। साथ ही लक्षण एवं संक्रमण से बचाव हेतु आवश्यक प्रचार-प्रसार कर आमजनों को जागरूक किया जाए। जिले से बाहर एवं जिले के भीतर कुक्कुट एवं अण्डे का किसी प्रकार का भी परिवहन पूर्णतः प्रतिबंधित है। इसके साथ ही जिले में उक्त से संबंधित समस्त विक्रय केन्द्र की निगरानी की भी आवश्यकता है। अतः राजस्व विभाग, पुलिस विभाग एवं स्थानीय निकाय, पंचायत विभाग आपसी समन्वय से सतत् निगरानी रखें। प्रतिबंधित क्षेत्र के साथ-साथ अन्य जिलों से लगी सीमाओं में पुलिस विभाग लोक निर्माण विभाग के समन्वय से बैरिकेटिंग कराएॅ एवं सतत् निगरानी हेतु पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई जाए। उन्होंने कहा कि पशु चिकित्सा विभाग, वन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, राजस्व विभाग, लोक निर्माण विभाग, पुलिस विभाग आपसी समन्वय से आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करें। उप संचालक पशुधन विकास विभाग बालोद दैनिक कार्यवाही की रिपोर्ट तैयार कर प्रतिदिन प्रेषित करना सुनिश्चित करें।

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