किरीट ठक्कर/ गरियाबंद। देवभोग तहसील के ग्राम घुमरगुडा निवासी देवेंद्र सिंह राजपूत ने देवभोग जनपद अध्यक्ष नेहा सिंघल के परिवार पर शासिकीय ज़मीन के अतिक्रमण का आरोप लगाया है और इस संबंध में कलेक्टर गरियाबंद के समक्ष लिखित आवेदन प्रस्तुत करते हुए आम रास्ते पर हो रहे अवैध निर्माण एवं अतिक्रमण हटाने की मांग की है। विदित हो कि देवेंद्र सिंह राजपूत पूर्व में लोकसभा प्रत्याशी तथा सरपंच संघ गरियाबंद के जिलाध्यक्ष रह चुके हैं। देवेंद्र सिंह राजपूत ने जनपद अध्यक्ष नेहा सिंघल के ससुर औऱ जेठ पर सरकारी जमीन में कब्जा किये जाने का आरोप लगाया है। देवेंद्र सिंह ने कलेक्टर नीलेश कुमार क्षीरसागर को ज्ञापन सौंपते हुए देवभोग के हृदय स्थल पर घास मद आम रास्ता के लिए आरक्षित भूमि पर अवैध निर्माण पर रोक लगाने की मांग की है।
आम रास्ते के लिए आरक्षित है भूमि
इस बाबत जानकारी देते हुए पूर्व महासमुंद लोकसभा प्रत्याशी देवेंद्र सिंह राजपूत ने बताया कि देवभोग के हृदय स्थल गांधी चौक से मांझी पारा रोड पर पूर्व में घास मद की भूमि नया खसरा नम्बर 283 और पुराना खसरा नम्बर 27/1 जो कि आमरास्ता के लिए आरक्षित है , उस जमीन जनपद अध्यक्ष देवभोग नेहा सिंघल के ससुर द्वारा अवैध कब्जा कर दो मंजिला भवन का निर्माण किया गया है, साथ ही उनके जेठ के द्वारा व्यवसायिक परिसर बनाया जा है। देवेंद्र ने कलेक्टर से यह मांग की है कि यह अवैध निर्माण मुख्यालय के ह्रदय स्थल पर होने के चलते साप्ताहिक हाट-बाजार के कारण कई वर्षों से यातायात सुविधा प्रभावित हो रही है,वही उक्त भूमि घास मद के होने के साथ ही आम रास्ता के लिए आरक्षित है,ऐसे में जल्द ही कार्रवाई करते हुए अवैध निर्माण को अतिक्रमण मुक्त किया जाना चाहिए।
देवेंद्र राजपूत ने कलेक्टर को सौपे गए आवेदन में आरोप लगाया है कि कब्जाधारियों द्वारा कूटरचना कर दस्तावेजों से छेड़छाड़ करते हुए वर्तमान में सरकारी जमीन को अपने नाम पर करवा लिया गया है। देवेंद्र ने कलेक्टर के पास तर्क रखा है कि पुराना खसरा नम्बर 27/1में यह भूमि स्पष्ट रूप से शासकीय भूमि उल्लेखित है,ऐसे में शासकीय भूमि निजी व्यक्ति के नाम पर कैसे चढ़ गई,इसकी जांच की जानी चाहिए।
देवेंद्र ठाकुर ने कलक्टर को दिए गए आवेदन में बताया कि मेन रोड से लगे इस अवैध निर्मित भवन के बगल से खाली जमीन पर वर्तमान में रवि सिंघल के द्वारा व्यवसायिक परिसर का निर्माण कराया जा रहा है। इस निर्माण को रोकने के साथ साथ देवेंद्र ने अवैध कब्जे को भी हटाने की मांग कलेक्टर से की है।

